उन्होंने कहा, ग्वालियर से असम कामाख्या देवी मंदिर के लिए कोई सीधी रेल सुविधा नहीं है। वर्तमान में नई दिल्ली से टूंडला-इटावा-कानपुर होते हुए कामाख्या देवी के लिए नॉर्दर्न ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन संचालित है। यदि नॉर्दर्न एक्सप्रेस ट्रेन को नई दिल्ली से ग्वालियर, इटावा, कानपुर होते हुए कामाख्या तक संचालित किया जाता है तो ग्वालियर की जनता को कामाख्या देवी दर्शन के लिए जाने की सीधी सुविधा मिल सकेगी।
यात्रियों को मिलेगी बड़ी सुविधा
अगर ग्वालियर से उज्जैन के बीच ट्रेन का सीधा संचालन शुरू होगा तो दोनों तरफ के लोगों के लिए बड़ी सुविधा हो सकती है. क्योंकि ग्वालियर से उज्जैन के बीच सीधी कनेक्टिविटी और बढ़ जाएगी, ऐसे में पर्यटन के साथ-साथ व्यापार में भी फायदा होगा, ऐसे में माना जा रहा है कि यह मांग आने वाले समय में और जोर पकड़ सकती है।इसके अलावा झांसी जंक्शन से करैरा, शिवपुरी, पोहरी और सवाई माधोपुर तक नई रेल लाइन का सर्वे कार्य हो चुका है। नई रेल लाइन के स्वीकृति होने से राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की जनता को फायदा होगा। यह क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से बहुत बड़ा सार्किट है। इस नई रेल लाइन को जल्द स्वीकृति प्रदान करें।