लोगों ने बेबाकी से रखी अपनी बात
आपके द्वारा चुना गया जनप्रतिनिधि या विधायक आपकी उम्मीदों पर कितना खरा उतर पाया है। सरकार कसौटी पर कितनी खरी है? किस दल की सत्ता आपका दिल जीतने में कामयाब रही है। सहित अन्य कई सवालों को लेकर पत्रिका ने जब ग्वालियर की जनता से चुनाव से पहले उनके मन की बात जानी। पत्रिका द्वारा किए गए सर्वे में ये बात सामने आयी है कि जिले की जनता जनप्रतिनिधियों के कामकाज से पूरी तरह संतुष्ट नहीं है। वहीं कुछ जनप्रतिनिधियों को तो इनके विधानसभा क्षेत्र की जनता अब दोबारा मौका ही नहीं देना चाहती है। जनप्रतिनिधियों और सरकार से नाराजगी की प्रमुख वजह अराजक व्यवस्थाएं और अनियोजित विकास है। जनता ने खुलकर कहा कि अधिकांश विधायक अपनी विधानसभा में काम ही करना नहीं चाहते है। जिसको लेकर लोगों में सरकार के प्रति असंतोष भी देखा जा रहा है।
आपके द्वारा चुना गया जनप्रतिनिधि या विधायक आपकी उम्मीदों पर कितना खरा उतर पाया है। सरकार कसौटी पर कितनी खरी है? किस दल की सत्ता आपका दिल जीतने में कामयाब रही है। सहित अन्य कई सवालों को लेकर पत्रिका ने जब ग्वालियर की जनता से चुनाव से पहले उनके मन की बात जानी। पत्रिका द्वारा किए गए सर्वे में ये बात सामने आयी है कि जिले की जनता जनप्रतिनिधियों के कामकाज से पूरी तरह संतुष्ट नहीं है। वहीं कुछ जनप्रतिनिधियों को तो इनके विधानसभा क्षेत्र की जनता अब दोबारा मौका ही नहीं देना चाहती है। जनप्रतिनिधियों और सरकार से नाराजगी की प्रमुख वजह अराजक व्यवस्थाएं और अनियोजित विकास है। जनता ने खुलकर कहा कि अधिकांश विधायक अपनी विधानसभा में काम ही करना नहीं चाहते है। जिसको लेकर लोगों में सरकार के प्रति असंतोष भी देखा जा रहा है।
सर्वे में क्या..?
जनप्रतिनिधियों और सरकार के कामकाज पर पत्रिका द्वारा किए गए सर्वे में लोगों से सोलह सवाल पूछे गए। जिस पर अधिकांश लोगों ने इस पर खुलकर प्रतिक्रिया दी। वहीं प्रत्येक वर्ग से जुड़े नागरिकों ने कहा कि देश के प्रमुख शहरों में गिना जाने वाला ग्वालियर शहर में विकास कार्य की गति धीमी हुई है। ५० फीसदी लोगों का मानना है कि शहर की अधासंरचना और औद्योगिक विकास के लिए जनप्रतिनिधियों ने कुछ खास नहीं किया। इस मामले में अधिक लोगों ने मध्य प्रदेश सरकार के प्रति नाराजगी दिखायी है।
विधानसभा – डबरा
विधायक- इमरती देवी सुमन (कांग्रेस)
प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी-सुरेश राजे(भाजपा) सर्वे रिपोर्ट
डबरा की यह सीट परम्परागत रूप से कांग्रेस की मानी जाती है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को यहां पर कांग्रेस प्रत्याशी ने ३३ हजार मतो से हराया था। अब मौजूदा समय में थोड़ी से हवा बदली नजर आ रही है। विधानसभा में ६० प्रतिशत लोग मानते हैं कि मौजूदा विधायक उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका। वहीं मौजूदा सरकार के कामकाज से अमूमन लोग संतुष्ट नजर आए।
विधायक- इमरती देवी सुमन (कांग्रेस)
प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी-सुरेश राजे(भाजपा) सर्वे रिपोर्ट
डबरा की यह सीट परम्परागत रूप से कांग्रेस की मानी जाती है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को यहां पर कांग्रेस प्रत्याशी ने ३३ हजार मतो से हराया था। अब मौजूदा समय में थोड़ी से हवा बदली नजर आ रही है। विधानसभा में ६० प्रतिशत लोग मानते हैं कि मौजूदा विधायक उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका। वहीं मौजूदा सरकार के कामकाज से अमूमन लोग संतुष्ट नजर आए।
विधानसभा -भिरतवार
विधायक- लाखन सिंह यादव (कांग्रेस)
प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी- अनुप मिश्रा (भाजपा) सर्वे रिपोर्ट
इस सीट पर दो बार कांग्रेस के लाखन सिंह यादव ने जीत दर्ज की है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी लाखन सिंह ने भाजपा के दिग्गज नेता अनुप मिश्रा को हराया था। इसके अलावा क्षेत्र की जनता उन्हें पंसद करती है और तीसरे बार भी उन्हें ही जिताने के मुड में नजर आ रही है।