ग्वालियर के केदारपुर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में चल रहे विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत प्रचारक बंधुओं के प्रशिक्षण वर्ग में यह लक्ष्य दिया गया। चार नवंबर तक चलने वाले प्रशिक्षण वर्ग में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत (Mohan Bhagwat RSS) आए हुए हैं।
ये भी पढें – 10 हाथियों की मौत के बाद वन मंत्री और अधिकारी पहुंचे बांधवगढ़, खेत व गांव का किया निरीक्षण आरएसएस सूत्रों के अनुसार, सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और संघ महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने प्रशिक्षण वर्ग में प्रचारकों को संघ के एजेंडे पंच परिवर्तन के माध्यम से हिंदू समाज में सामाजिक सद्भाव लाने के प्रयास किए जाएंगे। इसको लेकर 31 विविध संगठन के 554 प्रचारकों को जमीनी स्तर तक ले जाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
आरएसएस के पंच परिवर्तन
जानकारी के अनुसार प्रशिक्षण वर्ग में पंच परिवर्तन में परिवार जागरूकता, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी जीवन शैली, सामाजिक समरसता और नागरिक कर्तव्य को शामिल किया गया है। यही संदेश हर गांव और कस्बे तक पहुंचाने का जिम्मा संघ के स्वयंसेवकों का होगा। इसके अलावा सभी प्रचारकों को इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के तरीकों के बारे में चर्चा की गई।
अगले दशहरे पर संघ पूरे करेगा 100 वर्ष
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Mohan Bhagwat RSS) के विजयादशमी-2025 पर सौवें स्थापना दिवस तक इन लक्ष्यों को कैसे पूरा किया जाएगा इसके बारे में बताया और प्रशिक्षण दिया गया। आरएसएस प्रमुख ने अलग-अलग समूहों में कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं और उनके काम के बारे में जानकर और भविष्य के लक्ष्यों के लिए मार्गदर्शन भी दे रहे हैं।