इस दौरान मिर्ची बाबा के साथ मौजूद अन्य लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबारी भी की। इतना ही नहीं मिर्ची बाबा ने चेतावनी भी दी कि, उनकी मांगों पर जल्द सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया, तो वो पैदल भोपाल और दिल्ली पहुंच जाएंगे और जब तक गौमाता को उनका अधिकार नहीं मिलेगा, तब तक ये आंदोलन जारी रहेंगे।
तख्तियों पर लिखा था ये स्लोगन
स्वामी वैराग्यानंद उर्फ मिर्ची बाबा ने गोला का मंदिर स्थित गौशाला से तमाम गाय भक्तों के साथ पदयात्रा शुरू की। पदयात्रा में गौभक्त हाथों में तख्तियां लेकर चल रहे थे। उन तख्तिकों पर लिखा था कि, ‘भूखी गाय करे पुकार, मेरे भरण पोषण के लिए 50 रुपए रोज दे शिवराज सरकार’। इसके साथ ही, उन्होंने मांग की कि, गौमाता को राष्ट्रीय गौमाता घोषित करें।
पढ़ें ये खास खबर- डेंगू से जंग जनता के संग : CM शिवराज ने छिड़का कीटनाशक, हरी झंडी दिखाकर शुरु किया अभियान
तहसीलदार को सौंपा प्रधानमंत्री के नाम लिखा पत्र
शहर के गोलाका मंदिर से शुरु हुई पदयात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए फूलबाग चौराहे पहुंची, जहां मिर्ची बाबा और अन्य गौभक्तों ने पहले अपना खून निकलवाया और उसके बाद खून से प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए पत्र लिख दिया। इस पत्र के जरिये मिर्ची बाबा ने दो सूत्रीय मांग की। पत्र के माध्यम से मांग की गई कि, गाय को राष्ट्रीय गौमाता घोषित करे और हर रोज गाय को भरण पोषण के लिए 50 रुपए दें। मिर्ची बाबा की ओर से खून से लिखा गया मांग पत्र तहसीलदार को सौंपा गया।
पढ़ें ये खास खबर- जब दफन के 3 दिन बाद कब्र से निकाला गया शव, हैरान कर देगा कारण
मिर्ची बाबा की केंद्र और राज्य सरकार को चेतावनी
स्वामी वैराग्यानंद उर्फ मिर्ची बाबा ने आंदोलन के माध्यम से चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो प्रदेश की राजधानी भोपाल और देश की राजधानी दिल्ली तक गौभक्त पदयात्रा करेंगे। वहीं मिर्ची बाबा की पदयात्रा को लेकर बड़ी संख्या में जिला एवं पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी मय बल के साथ मौजूद थे। बाबा ने यह भी कहा कि उनको कई संतों का समर्थन हैं। उन पर लगातार हमले हो रहे हैं, लेकिन वो किसी भी हमले से डरेंगे नहीं।
बेखौफ रेत माफिया, नदी के तेज बहाव के बीच रेत खनन, देखें वीडियो