दहशत में मजदूर परिवार बोले ऐसी रोटी नहीं चाहिए
गैंगरेप में पकड़ा गया आकाश गुर्जर का पिता गांव में दुकान और भंवरपुरा में पत्थर की अवैध खदान चलाता है। पीडि़ता का परिवार उसी पर मजदूर रहा है। खदान मालिक के बेटे के वहशीपन ने खदानों पर मजदूरी करने वाले दूसरे परिवारों को सहमा दिया है। उनका कहना है ऐसी रोटी नहीं चाहिए जिसके बदले बेटी से दरिंदगी हो। उधर गैंगरेप में शामिल डकैत गुडडा गुर्जर का गुर्गा पकड़ से बाहर है।
कमजोर था परिवार, हवस का खेल खेला
गैंगरेप में पकड़े गए बंटी गुर्जर और संजीव गुर्जर को पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर चार दिन की रिमांड पर लिया है। दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया उन्हें पता था पीडि़ता का परिवार कमजोर है। शिवपुरी से दो वक्त की रोटी कमाने आया है। यहां गांव में उसका कोई हिमायती नहीं है, आसानी से काबू कर लेंगे।
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मास्टरमाइंड की प्लानिंग, नहीं पकड़े जाएंगे
एएसपी गजेन्द्र वर्धमान ने बताया गैंगरेप में फरार डकैत गुड्डा के साथी के ठिकाने के बारे में भी पता चला है। उसकी तलाश में टीम ने कुछ जगहों पर दविश दी है। लेकिन आरोपी फिलहाल हाथ नहीं आया है।
पीडि़ता कमलाराजा में शिफ्ट, आरोपी के परिजन बोले पुलिस जांच करे
ग्वालियर/ डबरा. कोचिंग जाते वक्त 10 वीं की छात्रा को अगवा कर उसके साथ बलात्कार की कोशिश और फिर पुल से नीचे फेंकने में आरोपी बॉबी रावत पकडा गया है। उधर आरोपी के परिजन ने भी इसे साजिश बताकर पुलिस को कोचिंग के सीसीटीवी फुटेज देकर कहा है घटना के वक्त बॉबी, बहन के साथ कोचिंग जाता दिख रहा है। 29 जनवरी को कोचिंग में टेस्ट उसका टेस्ट था। सुबह 8 बजे से 8:30 बजे तक कोचिंग पर था। पुलिस उसकी आंसर शीट (उत्तर पुस्तिका ) देख सकती है। इसके अलावा सहराई पुल के पास एक महिला को घटना का चश्मदीद बताकर उसका नाम पता और मोबाइल नंबर भी पुलिस को दिया है। उधर छात्रा के परिजन निजी नर्सिंग होम से कमलाराजा अस्पताल ले गए हैं। चिकित्सकों के मुताबिक घायल छात्रा की हालत स्थिर है।
यह दलीलें भी दीं
– बॉबी के परिजन की दलील थी बॉबी के फोन की डिटेल की जांच होना चाहिए,उससे सच सामने आएगा।
– कोचिंग टीचर और वहां मौजूद दूसरे छात्रों से पूछताछ हो।
गोविंद सिंह ने लिखा सीएम को पत्र
15 वर्षीय किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार के मामले में पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर कहा है कि यह घटना बेहद गंभीर है। इस प्रकार से सरेआम कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उम्मीद है कि प्रदेश में विक्रमादित्य के न्याय प्रिय शासन को आप मध्यप्रदेश में भी स्थापित करेंगे।