ग्वालियर। आंवला प्रकृति का दिया हुआ हमें ऐसा उपहार है जिससे हमारे शरीर में पनप रही कई बीमारियों का नाश हो सकता है। इस संबंध में कई जानकारों का कहना है कि यदि आप स्वयं को स्वस्थ्य रखना चाहते हैं, तो आंवले का प्रयोग अभी से आरंभ कर दें। यह भी पढ़ें- गले की खराश को दूर करने के लिए अपनाएं ये नुस्खे, मिलेगा आरामविटामिन-सी से है भरपूरचिकित्सकों के अनुसार आंवला, आयरन और विटामिन-सी से भरपूर होता है और हर मनुष्य को प्रतिदिन 50 मिलीग्राम विटामिन-सी की आवश्यकता होती है। ऐसे में यदि आप आंवले का या फिर इसके रस का सेवन करेंगे तो आपके शरीर में विटामिन-सी की पूर्ति होगी। आंवले का जूस प्रतिदिन लेने से पाचन सही रहता है, त्वचा में चमक आती है, त्वचा के रोगों में लाभ मिलता है, बालों की चमक बढाने में यह सहायता करता है, बालों को सफेद होने से रोकने के अतिरिक्त आंवले के और भी बहुत से लाभ हैं। आंवला विटामिन-सी का अच्छा स्रोत होता है। एक आंवले में तीन संतरे के बराबर विटामिन-सी होती है। आंवले के कुछ अन्य लाभ इस प्रकार हैं। यह भी पढ़ें- इसे खाने से बढ़ती है इम्यूनिटी पावर, जानिये और क्या-क्या हैं इसके फायदेमजबूत करता है प्रतिरोधक क्षमताआंवले का सेवन करने से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति मजबूत होती है, इसके खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। इसके अलावा आंवले का जूस पीने से ख़ून साफ़ होता है। आंवला खाने से दिल मजबूत होता है। दिल के कमजोर लोगों को कम से कम तीन आंवलों का प्रयोग प्रतिदिन करना चाहिए। यह भी पढ़ें- बस चुटकी भर हल्दी से पाएं निखार और कई बीमारियों से उपचार इन बीमारियों में ऐसे पहुंचाता है फायदाजानकारों के मुताबिक पथरी की शिकायत होने पर भी सूखे आंवले के चूर्ण को मूली के रस में मिलाकर चालिस दिन तक सेवन करने से पथरी गल कर समाप्त हो जाती है। डायबिटीज(मधुमेह) के रोगियों के लिए भी आंवला बहुत लाभदायक है। मधुमेह के रोगी हल्दी के चूर्ण के साथ आंवले का सेवन करें तो इससे उन्हें लाभ होगा। बवासीर के रोगी सूखे आंवले को बारीक पीस कर सुबह शाम गाय के दूध में मिलाकर प्रतिदिन सेवन करें तो इससे बवासीर में लाभ मिलता है। यह भी पढ़ें- मोटापे से परेशान हैं और अपना वजन घटाना चाहते हैं, तो यह हैं उपाययदि नाक से खून निकल रहा हो तो आंवले को पीसकर बकरी के दूध में मिलाकर सिर और मस्तिष्क पर लेप लगायें तो इससे नाक से खून का आना बंद हो जाता है। खांसी आने पर दिन में तीन बार आंवले का मुरब्बा गाय के दूध के साथ खाना चाहिये। यदि खांसी अधिक आ रही हो तो आंवले को शहद में मिलाकर पीने से खांसी ठीक हो जाती है। यदि पेशाब में जलन की समस्या का सामना हो तो हरे आंवले का रस शहद में मिलाकर सेवन करने से जलन समाप्त हो जायेगी और पेशाब साफ आयेगा।