28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रेलवे में टीटीई की कमी… एक टीटीई के भरोसे दौड़ रहीं ट्रेनें, यात्री रहते हैं बेचैन

रेलवे में टीटीई की कमी का असर ट्रेनों के साथ रेलवे स्टेशन पर देखने को मिलने लगा है। हालात यह हो गए हैं कि जिन ट्रेनों में ग्वालियर से पांच टीटीई चला करते...

2 min read
Google source verification
Bhopal Jabalpur train

Bhopal Jabalpur train

ग्वालियर. रेलवे में टीटीई की कमी का असर ट्रेनों के साथ रेलवे स्टेशन पर देखने को मिलने लगा है। हालात यह हो गए हैं कि जिन ट्रेनों में ग्वालियर से पांच टीटीई चला करते थे। उनमें अब सिर्फ एक से दो ही टीटीई जा रहे हैं। इससे बिना टिकट यात्रियों के भी मजे हो गए हैं। साल दर साल रेलवे के टीटीई कम होते जा रहे हैं। वहीं ट्रेनों की संख्या बढऩे लगी है। हालात यह हो गए हैं कि ग्वालियर में ही 142 टीटीई होने चाहिए, लेकिन अब सिर्फ 102 टीटीई ही काम कर रहे हैं। इसमें से दस तो खेल कोटे से हैं। यह लोग पहले खेल पर ध्यान देते हैं। उसके बाद समय बचता है तो स्टेशन पर आ जाते हैं। झांसी मंडल में लगभग 925 टीटीई के पद है। जिसमें 650 टीटीई इस समय कार्य कर रहे हैं। ग्वालियर से लंबी दूरी की ट्रेनों में झेलम एक्सप्रेस, बरौनी एक्सप्रेस, चंबल एक्सप्रेस आदि में पहले पांच- पांच टीटीई जाते थे। लेकिन अब मुश्किल से दो ही टीटीई चल रहे है। इन दो ट्रेनों में भी एक स्लीपर और दूसरा एसी कोच में सफर कर रहा है।


ढूंढने से भी नहीं मिलते टीटीई
ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री भी टीटीई के कोच में नहीं आने से बेचैन रहते हैं। ट्रेनों के कई कोच में एक ही सीट पर दूसरा यात्री भी आकर बैठ जाता है। लेकिन जब घंटों टिकट चेक करने के लिए टीटीई ही नहीं आता तो वास्तवित सीट पर बैठा यात्री बेचैन हो जाता है। इससे जिसका टिकट है वह परेशान ही होता रहता है।


स्टेशन पर भी चेङ्क्षकग गायब
रेलवे में स्टाफ की कमी के चलते रेलवे स्टेशन पर होने वाली चैङ्क्षकग पर भी इसका असर पडऩे लगा है। अक्सर देखने में आ रहा है कि स्टेशन के गेटों पर टीटीई नहीं होने से बिना टिकट यात्री आसानी से बाहर चले जाते हैं। वहीं स्थिति अब प्लेटफॉर्म टिकट खरीदने वालों की भी हो गई है। जब टीटीई ही नहीं होते हैं तो यात्री भी प्लेटफॉर्म टिकट नहीं खरीद रहे हैं।

बिना टिकट यात्रियों की मौज
ग्वालियर से चलने वाली कई ट्रेनों के साथ दूर से आने वाली ट्रेनों में टीटीई काफी कम संख्या में जाते हैं। इससे पूरी ट्रेन में टीटीई अक्सर नहीं पहुंच पाता है। इससे ट्रेन में बैठे बिना टिकट यात्रियों की मौज हो जाती है। टीटीई की कमी का फायदा अब यात्री भी उठाने लगे हैं।

नई भर्ती से टीटीई के पद भरे जाएंगे
झांसी मंडल में टिकट चैङ्क्षकग स्टाफ के कई पद खाली है। नई भर्ती से टीटीई के पद भरे जाएंगे। जिससे ट्रेनों के साथ स्टेशन पर टीटीई दिखाई देंगे।
मनोज कुमार ङ्क्षसह, पीआरओ झांसी मंडल


बड़ी खबरें

View All

ग्वालियर

मध्य प्रदेश न्यूज़

ट्रेंडिंग