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भगवान श्रीकृष्ण और सत्यभामा के मिलन पर बना था योग
ज्योतिषाचार्य एचसी जैन जैन ने बताया कि करवाचौथ पर रोहिणी नक्षत्र और चंद्रमा में रोहिणी का योग होने से मार्कण्डेय और सत्यभामा योग बन रहा है। यह योग चंद्रमा की 27 पत्नियों में सबसे प्रिय पत्नी रोहिणी के साथ होने से बन रहा है। पति के लिए व्रत रखने वाली सुहागिनों के लिए यह बेहद फलदायी होगा। ऐसा योग भगवान श्रीकृष्ण और सत्यभामा के मिलन के समय भी बना था। उन्होंने बताया कि करवाचौथ के दिन व्रत रखने वाली महिलाएं यदि लाल रंग के कपड़े पहनती हैं तो उन्हें जिंदगी भर पति का प्यार मिलेगा। माना जाता है कि लाल रंग गर्मजोशी का प्रतीक है और मनोबल भी बढ़ाता है। साथ ही लाल रंग प्यार का प्रतीक भी माना जाता है। लाल रंग में महिलाएं अधिक सुंदर और आकर्षित दिखती हैं। नीले, भूरे और काले रंग के कपड़े न पहनें, क्योंकि ये अशुभता के प्रतीक हैं।
भगवान श्रीकृष्ण और सत्यभामा के मिलन पर बना था योग
ज्योतिषाचार्य एचसी जैन जैन ने बताया कि करवाचौथ पर रोहिणी नक्षत्र और चंद्रमा में रोहिणी का योग होने से मार्कण्डेय और सत्यभामा योग बन रहा है। यह योग चंद्रमा की 27 पत्नियों में सबसे प्रिय पत्नी रोहिणी के साथ होने से बन रहा है। पति के लिए व्रत रखने वाली सुहागिनों के लिए यह बेहद फलदायी होगा। ऐसा योग भगवान श्रीकृष्ण और सत्यभामा के मिलन के समय भी बना था। उन्होंने बताया कि करवाचौथ के दिन व्रत रखने वाली महिलाएं यदि लाल रंग के कपड़े पहनती हैं तो उन्हें जिंदगी भर पति का प्यार मिलेगा। माना जाता है कि लाल रंग गर्मजोशी का प्रतीक है और मनोबल भी बढ़ाता है। साथ ही लाल रंग प्यार का प्रतीक भी माना जाता है। लाल रंग में महिलाएं अधिक सुंदर और आकर्षित दिखती हैं। नीले, भूरे और काले रंग के कपड़े न पहनें, क्योंकि ये अशुभता के प्रतीक हैं।
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ज्योतिषाचार्य भटनागर ने बताया कि चतुर्थी तिथि 17 अक्टूबर को सुबह 6:48 पर कृत्तिका नक्षत्र में शुरू होगी। चंद्रदेव 17 अक्टूबर को ही अपरान्ह 3:39 पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे! पूजा का शुभ मुहूर्त सांयकाल 5:46 से 7:02 तक रहेगा।
ज्योतिषाचार्य भटनागर ने बताया कि चतुर्थी तिथि 17 अक्टूबर को सुबह 6:48 पर कृत्तिका नक्षत्र में शुरू होगी। चंद्रदेव 17 अक्टूबर को ही अपरान्ह 3:39 पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे! पूजा का शुभ मुहूर्त सांयकाल 5:46 से 7:02 तक रहेगा।