जानकारों का मानना है कि मध्य प्रदेश की कांग्रेस की राजनीति में दिग्विजय सिंह के घटते रुतबे के चलते अब यह नए समीकरण बन रहे हैं। डॉ. गोविंद सिंह पिछले विधानसभा चुनावों में सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की बात कह चुके हैं तथा अपने बेटे और भतीजे को राजनीति में आगे बढ़ा रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्यप्रदेश कांग्रेस की नई उम्मीद हैं। इसलिए कांग्रेस में अलग-अलग खेमों के लोग उनसे नजदीकियां बढ़ा रहे हैं।
कार्यकर्ता सम्मेलन में होती रही धक्का-मुक्की
जगदीश मैरिज गार्डन के एक कक्ष में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया के आने के उपरांत दरवाजा अंदर से बंद कर दिया गया था। ेलिहाजा बाद में आने वाले कार्यकर्ताओं ने न केवल दरवाजा पीटा बल्कि धक्कामुक्की भी करते रहे। इस दौरान कई कार्यकर्ताओं की जेब से नकदी एवं मोबाइल भी चोरी हो गए। सम्मेलन उपरांत ज्योतिरादित्य सिंधिया चुने हुए जनप्रतिनिधियों के अलावा महिला कांग्रेस, किसान कांग्रेस, सेवादल, युकां एवं पिछड़ावर्ग कांग्रेस सहित विभिन्न प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं से व्यक्तिगत रूप से मिले।
मध्य प्रदेश के कद्दावर मंत्री और लहार के कांग्रेसी विधायक डॉ. गोविंद सिंह के भिण्ड स्थित निवास टिकआसरा पर गुरुवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का पहली बार पहुंचना तथा उनके साथ बैठकर भोजन करना क्षेत्र में नए राजनीतिक समीकरण को जन्म देगा। राजनीतिक हलकों में आधे घंटे की दोनों नेताओं की इस घरेलू मुलाकात के कई अर्थ लगाए जा रहे हैं। अभी तक डॉ. गोविंद सिंह को दिग्विजय सिंह का खाटी समर्थक माना जाता रहा है, लेकिन गुरुवार की इस सौम्य मुलाकात ने संकेत दे दिया है कि आने वाले दिनों में चंबल अंचल की कांग्रेसी राजनीति कुछ और होगी। ज्योतिरादित्य सिंधिया और डॉ. गोविंद सिंह के बीच यूं तो पहले भी कई बार चुनावों के पहले सामंजस्य की जुगलबंदी चली थी, लेकिन वह कसौटी पर सही नहीं बैठ पाई। जानकारों का मानना है कि मध्य प्रदेश की कांग्रेस की राजनीति में दिग्विजय सिंह के घटते रुतबे के चलते अब यह नए समीकरण बन रहे हैं। डॉ. गोविंद सिंह पिछले विधानसभा चुनावों में सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की बात कह चुके हैं तथा अपने बेटे और भतीजे को राजनीति में आगे बढ़ा रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्यप्रदेश कांग्रेस की नई उम्मीद हैं। इसलिए कांग्रेस में अलग-अलग खेमों के लोग उनसे नजदीकियां बढ़ा रहे हैं।
अस्थाई प्राध्यापक संघ की जिला इकाईकी ओर से अपनी विभिन्न समस्याओंं को लेकर पूर्वकेंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान जारी किए गए वचनपत्र की भी याद दिलाई गई है। संघ की ओर से डा. सुनील कुमार सोनी ने बताया कि वचन पत्र में महाविद्यालयों में कार्यरत अतिथि विद्वानों को रोस्टर के अनुसार नियमित किए जाने का वादा किया गया था। लेकिन इस संबंध में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पीएससी की भर्ती 8 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है।इससे सहायक प्राध्यापकों का भविश्य दांव पर लगा हुआ है।
जिले की स्वास्थ समस्याओं को लेकर गुरुवार को भिण्ड आए पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया से चिकित्सको के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इस दौरान डॉ केके दीक्षित ने उन्हें एक ज्ञापन सौंपकर जिले में मेडिकल कॉलेज जल्द से जल्द खोलने सहित अन्य मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान डॉ जेपीएस कुशवाह मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ राधेश्याम शर्मा, डॉ हिमांशु बंसल, डॉ अरविंद शर्मा डॉ अमित कुमार जैन, डॉ वीरेंद्र सिंह भदौरिया , डॉ इंद्र प्रकाश त्रिपाठी भी उपस्थित थे। उधर सिंधिया ने देर रात पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह के निवास पर पहुंचे। इस दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष जयश्रीराम बघेल पूर्व विधायक हेमंत कटारे विधायक रणवीर जाटव जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ रमेश दुबे राधेश्याम शर्मा खिजर मोहम्मद कुरेशी आदि मौजूद रहे। इसके बाद वह ग्राम लावन में शहीद हुए सेना के सूबेदार के घर पहुंचे तथा उनके परिजनों को ढांढस बंधाया।
विभिन्न समस्याओं को लेकर गुरुवार को पटवारी संघ के पदाधिकारियों ने सहकारिता, संसदीय कार्यमंत्री डा. गोविंदसिंह से उनके आवास पर मुलाकात की।मुलाकात करने वालों में उप प्रांताध्यक्ष देवेंद्र कुमार त्रिपाठी, जिलाअध्यक्ष मनीष कुमार शर्मा, राघवेंद्रङ्क्षसह भदौरिया, अर्चना भदौरिया, राघवेंद्रसिंह तोमर, मधुसूदन भदौरिया, जीवेश शर्मा, लोकेश शर्मा, मुनीरअहमद, योगेंद्र सिंह राजावत, बीना राजावत, दिनकर शर्मा, विजयसिंह शेखर, कमलसिंह कौरव, शिवचरणसिंह नरवरिया, गोपालसिंह बघेल, राजेंद श्रीवास्तव, अनुराग त्रिपाठी, अनूप परमार, देवेंद्र सिंह श्रीवास्तव आदि प्रमुख हैं।