मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के सिलसिले में गुरुवार को ग्वालियर कलेक्ट्रेट के एनआइसी कक्ष से भिंड, मुरैना, श्योपुर, दतिया, गुना, अशोकनगर व शिवपुरी जिले के उद्योगपतियों से वर्चुअल संवाद किया। ग्वालियर के उद्योगपति बैठक में प्रत्यक्ष रूप से मौजूद रहे। उनकी समस्याएं सुनी। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर सहित प्रभारी मंत्री, कैबिनेट मंत्री सहित अधिकारी मौजूद थे।
इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की चला रहे श्रृंखला
संवाद के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने, स्थानीय उद्यमियों के प्रोत्साहन एवं बड़े पैमाने पर स्थानीय लोगों को रोजगार दिलाने के उद्देश्य से प्रदेश भर में इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की श्रृंखला चलाई जा रही है। कॉन्क्लेव के माध्यम से पहले से कार्यरत औद्योगिक इकाइयों को विस्तार देने में मदद तो की ही जाएगी। साथ ही क्षेत्र को बड़े पैमाने पर नया औद्योगिक निवेश प्राप्त होगा। बाहर के निवेशक आकर हमारे प्रदेश में औद्योगिक निवेश करें, स्थानीय उद्यमियों को अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए अनुकूल वातावरण मिले और पूर्व से संचालित इकाइयों का विस्तार हो।
मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को यह दिया भरोसा
-औद्योगिक इकाइयों से संबंधित हर समस्या का समाधान के लिए सभी जिला कलेक्टर को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर उद्यमियों की समस्याओं का समाधान विशेष हेल्प डेस्क लगाकर करें। सभी जिला कलेक्टर से निराकरण की हर माह रिपोर्ट ली जाएगी।
-ग्वालियर के साडा क्षेत्र (विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण) में औद्योगिक निवेश के लिए सरकार जमीन उपलब्ध कराएगी। औद्योगिक गतिविधियों के लिए सरकार जमीन उपलब्ध कराने में रियायत भी देगी। इसके लिए शासन स्तर से तत्परता से कार्रवाई की जाएगी। साडा क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां बढऩे से इस क्षेत्र का तेजी से विकास हो सकेगा।
ग्वालियर की इंडस्ट्री कॉन्क्लेव नया इतिहास रचेगी
केन्द्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कहा कि मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है जिसमें रीजनल स्तर पर इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित की जा रही हैं। इससे देशभर के उद्योगपतियों में सकारात्मक संदेश गया है। क्षेत्रीय स्तर पर इंडस्ट्री समिट के आयोजन से हर संभाग की अलग-अलग क्षमताओं के आधार पर औद्योगिकीकरण को बढ़ावा मिलेगा। ग्वालियर की इंडस्ट्री कॉन्क्लेव औद्योगिक निवेश के क्षेत्र में नया इतिहास रचेगी।
रोजगारपरक इंडस्ट्रीज को बढ़ावा देना सराहनीय पहल
विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि औद्योगिकीकरण के लिए जिन आधारभूत चीजों की जरूरत होती है, वह सभी ग्वालियर-चंबल संभाग में बड़ी मात्रा में मौजूद हैं। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के माध्यम से रोजगार देने वाले उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है। ग्वालियर की समिट से ग्वालियर – चंबल क्षेत्र को बड़ा औद्योगिक निवेश प्राप्त होगा।
सीएम का बड़ा ऐलान: अंचल के बीहड़ रक्षा मंत्रालय को देने के होंगे प्रयास
ग्वालियर. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने ग्वालियर चंबल अंचल के बीहड़ों की जमीन को आबाद करने के लिए बड़ा ऐलान किया है। बीहड़ों की जमीन को रक्षा मंत्रालय को दिए जाने के प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से जल्द करेंगे। उन्होंने बंगलुरू में उद्योगपतियों को आमंत्रित करने के लिए किए गए रोड़ शो का जिक्र करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान एरोनॉटिक लिमिटेड को प्रदेश में डिफेंस मैन्युफैक्चिरिंग क्षेत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री ने यह जानकारी गुरुवार को ग्वालियर चंबल के उद्योगपति व व्यापारियों से चर्चा के दौरान दी।
उन्होंने कहा अडानी समूह व अन्य बड़े-बड़े उद्योगपतियों ने डिफेंस सेक्टर में निवेश करने के लिए रुचि दिखाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में आईटी, पर्यटन, एथेनॉल उत्पादन, लैदर फुटवियर, खाद्य प्रसंस्करण व दुग्ध आधारित इकाइयों के निवेश को भी पूरा प्रोत्साहन देगी। ग्वालियर में उद्योग की अपार संभावनाएं हैं। चंबल एक्सप्रेस वे भी बन रहा है। ग्वालियर की सडक़, हवाई सेवा से सीधा जुड़ा है।