ग्वालियर। रविवार को होने वाली अग्निवीर भर्ती परीक्षा में दाढ़ी वाले अभ्यर्थियों को एंट्री नहीं मिलेगी। साथ ही एडमिट कार्ड और आधार कार्ड भी साथ रखना होगा। 14 जिले के करीब ढाई हजार उम्मीदवार 15 जनवरी को होने वाली लिखित परीक्षा में शामिल हो रहे हैं।
रविवार 15 जनवरी को सुबह 4 बजे से परीक्षार्थियों को एंट्री दी जाएगी। यह परीक्षा छावनी क्षेत्र मुरार स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल में आयोजित की गई है। सेना के बड़े अधिकारियों ने जिला प्रशासन, नगर निगम और स्थानीय पुलिस बल के मिलकर परीक्षा की तैयारी की है।
अग्निवीर भर्ती परीक्षा में आने वाले उम्मीदवारों के लिए कड़े दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। जबकि पूरी परीक्षा स्थल की निगरानी भी ड्रोन से की जाएगी। परीक्षा में शामिल होने वाले लोगों को तभी प्रवेश दिया जाएगा, जब वे दाढ़ी काटकर आएंगे।
ऐसे होगा वैरिफिकेशन
सेना के अधिकारियों ने सख्ती से वैरिफिकेशन के लिए प्रत्येक परीक्षार्थी का बायोमैट्रिक सिस्टम के बाद ही एंट्री की तैयारी की है। यदि कोई भी परीक्षार्थी बगैर वैरिफिकेशन के परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने की कोशिश भी करता है तो उसकी परीक्षा स्वतः ही निरस्त मानी जाएगी।
300 मीटर के दायरे से दूर रहेंगे परिजन
सेना के अफसरों ने ऐसी व्यवस्था बनाई है कि परीक्षा केंद्र के आसपास के 300 मीटर क्षेत्र में परीक्षार्थी से संबंधित कोई भी व्यक्ति नहीं आ सकेगा। परीक्षार्थी के रिश्तेदार, परिजन और दोस्तों पर भी नजर रखी जाएगी। सेना के अधिकारियों के मुताबिक परीक्षार्थी के रिश्तेदारों और परिजनों के आचरण की जवाबदारी भी परीक्षार्थी की ही होगी। परीक्षार्थी को N-95 मास्क और सेनेटाइजर साथ में रखना अनिवार्य है। बगैर मास्क भी एंट्री नहीं दी जाएगी।
यह भी है खास-खास
एक नजर
ग्वालियर में हो रही अग्निवीर भर्ती की लिखित परीक्षा में 14 जिले से 2488 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। यह सभी अक्टूबर के माह में सागर में हुई शारीरिक प्रवीणता परीक्षा में चयनित हुए हैं। खास बात यह है कि मुरैना जिले के सबसे ज्यादा परीक्षार्थी हैं और अशोक नगर के सबसे कम। इसके अलावा गुना जिले से तो एक भी परीक्षार्थी शारीरिक परीक्षा में सफल नहीं हो पाया था।
यह लोग देंगे परीक्षा
मुरैना 681, भिंड 498, श्योपुर 237, सागर 237, शिवपुरी 229, ग्वालियर 223, दतिया 85, छतरपुर 75, टीकमगढ़ 72, दमोह 50, पन्ना 40, निवाड़ी 36, अशोकनगर से 25 परीक्षार्थी शामिल चयनित हुए थे।