पुनीत श्रीवास्तव @ ग्वालियर नो एंट्री में भारी वाहनों को शहर में घुसने की इजाजत नहीं है। इस सरकारी आदेश को नाकों पर 200 रुपए में बेचा जा रहा है। वसूली का धंधा अफसर नहीं पकड़ पाएं, इसलिए वसूली करने वाले पुलिसकर्मियों ने उगाही का टे्रंड बदल दिया है। अब पैसे की वसूली दलाल के जरिए की जा रही है। रविवार को पत्रिका टीम ने बेला की बावड़ी पर पुलिस के इस गोरख धंधे चलते हुए पकड़ा। कुछ पहले इसी नाके पर सीएसपी शैलेन्द्र जादौन ने दबिश देकर वसूली करने वाले पुलिसकर्मियों को पकड़ा था। उसके बाद यह दावा किया जा रहा था कि नाकों पर अब वसूली का खेल बंद हो गया है। ये था नजारा रविवार शाम करीब 4:30 पत्रिका की टीम नाके पर पहुंची तो यहां आरक्षक सुनील नेगी और गोविंद कुशवाह बेरिकेड्स के पास बैठे थे। आरक्षक क्या कर रहे हैं यह दूर से दिखाई नहीं दे इसलिए वहां डायल 100 को खड़ा कर रखा था। सड़क से नीचे करीब 10 मीटर झाडि़यों के अंदर उनका एक दलाल कुर्सी डालकर वाहन चालकों से वसूली कर रहा था। जिन ट्रक चालकों को मनाही के बावजूद दिन के वक्त शहर के अंदर से गुजरना था, वह बेरिकेड्स के पास कुर्सी डालकर बैठे पुलिसकर्मियों के पास आकर बात करते, जो पैसा देते उन्हें शहर में घुसने की इजाजत दी जाती। लेकिन पुलिसकर्मी वसूली का पैसा अपने पास रखने की बजाय तुरंत झाडि़यों में बैठे दलाल को थमा देते थे। ताकि पकडऩे जाने पर उनके पास वसूली की रकम न मिले। क्योंकि पिछले दिनों इसी नाके पर वसूली करने वाले हवलदार व सिपाही की जेब से वसूला पैसा मिला था। नाकों पर वसूली का खेल नया नहीं है। पुरानी छावनी के निरावली पॉइंट पर 7 पुलिसकर्मियों को वसूली करते रंगे हाथ पकड़े जाने पर एसपी हरिनारायणचारी मिश्रा ने टीआई समेत सभी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की थी। बेला की बावड़ी पर कुछ दिन पहले अवैध वसूली पकड़ी गई थी। इसके बावजूद इस नाके पर उगाही का खेल चल रहा है। नाके पर खड़े ट्रक चालकों का कहना था कि पुलिसकर्मी वसूली का अब पैसा अपने पास नहीं रखते, दलाल के पास जमा करते हैं। प्रत्यक्षदॢशयों का कहना है कि हर दिन करीब 20 हजार रुपए की अवैध वसूली होती है। समय: 4:30आरजे 11 जीए 6355 नं. का ट्रक शिवपुरी की ओर से आकर रुका। वाहन की बिल्टी और बीमा शहर से बाहर का था। क्लीनर ने नाके पर डायल 100 की आड़ में बैठी पुलिस को वसूली की रकम थमाई तो उसे नो-एंट्री में जाने की इजाजत मिल गई।समय: 4:34झाडि़यों में छिपकर पुलिस के लिए वसूली कर रहा दलाल मुकेश बताया गया है। नाके पर मौजूद लोगों का कहना था कि मुकेश दो दिन से यहां पुलिसकर्मियों के साथ है। ड्यूटी पर मौजूद आरक्षक गोविंद को वह जीजा कहकर बुलाता है। समय: 4:45ट्रक क्र. एमपी 33 जी 1361, एपी 06 1525, आरजे 11 जीए 6355, एनएल 01 क्यू 0694 सहित आरजे 29 जीए 4961 सहित कई वाहन वसूली थमाकर निकले। नाके पर 200 रु. देकर आया हूंट्रक क्र. आरजे जीए 4612 के चालक ने पत्रिका को बताया, नो एंट्री में बिना पैसे के कैसे आ सकते हैं। नाके पर 200 रु. देकर आया हूं, शिकायत इसलिए नहीं करते इनसे रोज पाला पड़ता है। इन्हें रुपए नहीं देंगे तो सड़क पर कैसे चलेंगे……….ट्रक चालक ने हाथ जोड़कर कहा, ठीक है जो हो हुआ सो हुआ, ये तो रोज का काम है। आप तो ये समझो, हमने कुछ नहीं देखा। इन्हें रुपए नहीं देंगे तो सड़क पर कैसे चलेंगे।नाके से सटी झाडिय़ों के अंदर कुर्सी पर बैठकर मुकेश क्या कर रहा था। जब उससे पूछा गया तो वह चुप्पी साध गया। उसने छुपने की कोशिश भी की। पहले कार्रवाई की गई थी, अब फिर वसूली की शिकायतें आ रही हैं। वसूली करने वालों पर फिर सख्त कार्रवाई होगा।शैलेन्द्र जादौन, सीएसपी नाकों पर वसूली का कारोबार नहीं चले, इसलिए सतत् कार्रवाई की जा रही हैं,जो पुलिसकर्मी अवैध वसूली कर नो एंट्री में वाहनों को जाने दे रहे हैं उन पर कार्रवाई की जाएगी। हरिनारायणाचारी मिश्र, एसपी, ग्वालियर