ग्वालियर। फेसबुक का इस्तेमाल करना आपकी लंबी उम्र के लिए मददगार हो सकता है, लेकिन ऐसा तभी होगा जब यह आपकी वास्तविक-दुनिया के सामाजिक संबंध को बनाए रखने व उसे बढ़ाने का कार्य करें। सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले 1.2 करोड़ प्रयोगकर्ताओं पर किए गए एक नए अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है। यह भी पढें- पेंशनर्स को अब बैंकों के नहीं लगाने पड़ेंगे चक्कर, जानिये क्यों?टरनेट की दुनिया से इतर वैज्ञानिक इसके बारे में लंबे अरसे से जानते थे, इस शोध में उसी बात की पुष्टि की गई है कि जिन लोगों का मजबूत सामाजिक दायरा होता है, वे लंबी उम्र तक जीते हैं। लिहाजा यह पहली बार पता चला है कि यही बात ऑनलाइन सामाजिक दायरा रखने वालों के लिए भी मायने रखता है। वही शहर के कई समाजशास्त्रियों व जानकारों का भी मानना है कि जिनका सामाजिक दायरा मजबूत होता है। उनमें जीने की ललक ज्यादा होने से जीवटता के चलते उनकी उम्र अधिक रहती है।यह भी पढें- कंधों पर लटककर आए और बंध खोलते ही स्वयं हो गए खड़े, जानिये कहां?जानकारी के अनुसार 1.2 करोड़ प्रयोगकर्ताओं पर किए गए अध्ययन के दौरान यूनीवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सैन डिएगो में शोध के छात्र विलियम हॉब्स ने कहा कि ऑनलाइन होने वाली गतिविधि अगर ऑनलाइन से बाहर की दुनिया में होने वाली बातचीत की तरह ही संतुलित और संपूरक हो तो ऐसी बातचीत ठीक हो सकती है।यह भी पढें- ग्वालियर के महाराज रैम्प पर, महारानी बना चुकीं हैं टॉप 50 सुंदर महिलाओं में जगह इस वक्त नॉर्थईस्टर्न यूनीवर्सिटी में पोस्ट डॉक्टोरल के छात्र हॉब्स ने कहा कि अगर इसका इस्तेमाल अत्यधिक किया जाए, मसलन कोई अगर लोगों से जुडऩे के नाममात्र के साक्ष्य के आधार पर ही अपना अधिक से अधिक समय ऑनलाइन बिताए तो इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। यह भी पढें- रतन टाटा की ये बातें जो बदल देंगी आपकी जिंदगी यूसी सैन डिएगो में प्रोफेसर जेम्स फाउलर ने कहा कि खुशी की बात यह है कि फेसबुक के अमूमन सभी प्रयोगकर्ता इसका संतुलित इस्तेमाल करते पाए गए और इससे खतरा भी कम दिखा। यह अध्ययन ‘पीएनएनएस’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ था।