वहीं गुरुवार की सुबह हल्की सी धुंध के बाद लोगों को राहत मिली। मौसम वैैज्ञानिक पीके शाह ने बताया कि उत्तरी हवा के चलते अभी सर्दी बढ़ेगी। साथ ही दिन में हल्के बादल छाए रह सकते हैं। दो से तीन दिन बाद तापमान में भी अंतर देखने को मिलेगा। बुधवार को अधिकतम तापमान 30.21 और न्यूनतम 13.7 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं मंगलवार को अधिक सर्दी रही थी।
और बढ़ सकती है ठंड
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि अरब सागर में बने चक्रवात से ग्वालियर चंबल सहित आसपास के जिलों में कहीं-कहीं बूंदा-बांदी भी हो सकती है। साथ ही यह भी माना जा रहा है कि आने वाले तीन-चार दिनों में मौसम में ठंड का असर और अधिक बढ़ सकता है।
आसमान पर छाए बादलों से उत्तर-पूर्व से आ रही ठंडी हवाओं की रफ्तार भी कम हो गई। इससे मंगलवार को अधिकतम तापमान जहां 28 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 4 डिग्री तक बढ़ गया। न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। तापमान बढऩे से ठंड का अहसास भी देखा गया है।
देखी जा रही है ठंडक
मौसम में चक्रवात का असर तब और भी असरदार रहा जब ग्वालियर और अन्य शहरों में बारिश हुई। ग्वालियर में जहां दो दिन पहले दोपहर के समय बूंदा-बांदी हुई तो वहीं अंचल में शाम को बारिश से सड़कें भीग गई। जिससे मौसम में इस समय ठंडक देखी जा रही है।