पुलिस ने आश्रम के सत्संग मंच, तल घर और सभी कमरों में बाबा को ढूंढा। बता दें कि हादसे के बाद से भोले बाबा सूरजपाल फरार चल रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस से मिली जानकारी के बाद ग्वालियर की तिघरा थाना पुलिस ने बाबा के इस हरि विहार आश्रम में दबिश दी है। हालांकि आश्रम से तिघरा पुलिस को कुछ भी नहीं मिला।
सेवादारों से मिली जरूरी जानकारी
पुलिस को ग्वालियर स्थित भोले बाबा सूरजपाल के इस आश्रम हिर विहार से भले ही कुछ नहीं मिला, लेकिन वहां मौजूद सेवादारों से पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। सेवादारों से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि बाबा ने यह बिल्डिंग किराए पर लेकर यहां आश्रम शुरू किया था। लेकिन अब यह आश्रम बंद हो चुका है। ग्वालियर के इस आश्रम में आखिरी बार बाबा 10 मई को अपने परिवार के साथ आए थे। ये भी पढ़ें: Shahdol News: शर्मनाक, एक बार फिर दलित की पिटाई का वीडियो वायरल मकान मालिक बोला खाली करा लिया आश्रम, दीवार से मिटाया नाम
मकान को आश्रम के लिए किराए पर देने वाले मकान मालिक राम अवतार कुशवाहा ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने हरि विहार आश्रम को खाली कर दिया है। वहीं इसकी दीवार पर लिखा बाबा का नाम भी मिटा दिया गया है। आश्रम का नाम और बैनर, पोस्टर सब कुछ ढंक दिया गया है।
आश्रम में भगदड़ में हुई थी 122 लोगों की मौत, बाबा है फरार
बता दें कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में दो दिन पहले 2 जुलाई को भोले बाबा उर्फ सूरजपाल के प्रवचन के बाद भक्तों में भगदड़ मच गई थी। हादसे में अब तक 122 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। वहीं हाथरस हादसे के बाद से ही भोले बाबा सूरजपाल फरार चल रहा है। उसकी तलाश में देशभर में अलग-अलग टीम काम कर रही हैं। एमपी पुलिस ने बाबा से संबंधित जांच कार्रवाई करने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस को सारी डिटेल भेज दी है।