पंडित सतीश सोनी ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार जन्मपत्री हो या हस्तरेखा सभी कुदरत के उन्हीं फैसलों को बयां करते हैं। इसलिए अगर आपकी हथेली में ऐसे चिन्ह नजर आते हैं तो यकीन मानिए आपको दौलतमंद बनने से कोई रोक नहीं सकता क्योंकि यह कुदरत का फैसला है और कुदरत ने आपको धनवान बनने की बात कही है तो आप जरूर उसमें सफल होंगे। तो आइए जानते है कैसे लोग होते है धनवान और क्या है उनके धनवान होने का राज।
पंडित ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार हथेली पर कलश का निशान होना धनवृद्धि योग ? कहलाता है। जिनकी हथेली में यह योग बनता है उनका धन निरंतर बढ़ता रहता है। साथ ही ऐेसे लोगों के पास अच्छी जमा पूंजी होती है। साथ ही वह विश्व में अपना खूब नाम कमाते है।
बहुत ही भाग्यशाली होते हैं
पंडित रामनंद शास्त्री ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार हथेली में चन्द्र पर्वत से धनुषकार रेखा बुध पर्वत पर बिना कटे हुए पहुंचे तो धन के लिए बहुत ही शुभ योग बनाता है। इसे बुध योग कहा जाता है। जिनकी हथेली में ऐसी रेखा पाई जाती है उन्हें व्यापार में अपनी किस्मत आजमाना चाहिए ऐसे व्यक्ति व्यापार के माध्यम से खूब धन कमाते हैं। साथ ही ऐसे व्यक्ति यह भी ध्यान रखें कि यह रेखा जंजीरनुमा नहीं होना चाहिए।
पंडित रामनंद शास्त्री ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार हथेली में चन्द्र पर्वत से धनुषकार रेखा बुध पर्वत पर बिना कटे हुए पहुंचे तो धन के लिए बहुत ही शुभ योग बनाता है। इसे बुध योग कहा जाता है। जिनकी हथेली में ऐसी रेखा पाई जाती है उन्हें व्यापार में अपनी किस्मत आजमाना चाहिए ऐसे व्यक्ति व्यापार के माध्यम से खूब धन कमाते हैं। साथ ही ऐसे व्यक्ति यह भी ध्यान रखें कि यह रेखा जंजीरनुमा नहीं होना चाहिए।
शनि पर्वत पर चक्र का निशान होना बहुत ही भाग्यशाली माना जाता है। इसे चक्र योग कहते हैं। ऐसे व्यक्ति बहुत ही धनवान और उच्च अधिकारी होते हैं। वहीं हथेली में वृक्ष का चिह्न होना कल्पवृक्ष योग बनाता है। इस योग वाले व्यक्ति के पास पैसा, घर, वाहन और अच्छा बैंक बैलेंस होता है। ऐसे व्यक्ति दानी और उदार भी होते हैं और ईमानदारी से सेवा भाव भी करते है।
निशान होना बहुत शुभ
शास्त्रों के अनुसार यदि हथेली में सूर्य और गुरु पर्वत उठा हुआ है और बीच में हथेली गहरी है तो आपकी हथेली में शुभ कर्तरी योग बना हुआ है। तो आप कई स्रोतों से धन कमाएंगे और आपके पास काफी पैसा होगा। पंडित सोनी ने बताया कि हथेली में जीवन रेखा और चन्द्र पर्वत के मध्य में तिल का निशान होना बहुत शुभ माना गया है। इस निशान का मतलब है कि भाग्यशाली,गुणवान और ख्याति प्राप्त व्यक्ति होंगे।
शास्त्रों के अनुसार यदि हथेली में सूर्य और गुरु पर्वत उठा हुआ है और बीच में हथेली गहरी है तो आपकी हथेली में शुभ कर्तरी योग बना हुआ है। तो आप कई स्रोतों से धन कमाएंगे और आपके पास काफी पैसा होगा। पंडित सोनी ने बताया कि हथेली में जीवन रेखा और चन्द्र पर्वत के मध्य में तिल का निशान होना बहुत शुभ माना गया है। इस निशान का मतलब है कि भाग्यशाली,गुणवान और ख्याति प्राप्त व्यक्ति होंगे।
भास्कर योग के नाम से जाना जाता
गुरू पर्वत ऊंचा हो और गुरू पर्वत पर जीवन रेखा से निकलकर एक रेखा पहुंच रही हो। साथ ही चन्द्र पर्वत से निकलकर एक रेखा बुध पर्वत पर जाए जो सूर्य पर्वत पर पहुंचने वाली रेखा से मिलती हो तब एक अच्छा धन योग बनता है जिसे भास्कर योग के नाम से जाना जाता है। ऐसे व्यक्ति बहुत ही गुणी और ज्ञानी होते हैं। साथ ही ऐसे व्यक्ति अपनी कला एवं ज्ञान से यह कई माध्यमों से खूब धन और नाम यश अर्जित करते हैं।
गुरू पर्वत ऊंचा हो और गुरू पर्वत पर जीवन रेखा से निकलकर एक रेखा पहुंच रही हो। साथ ही चन्द्र पर्वत से निकलकर एक रेखा बुध पर्वत पर जाए जो सूर्य पर्वत पर पहुंचने वाली रेखा से मिलती हो तब एक अच्छा धन योग बनता है जिसे भास्कर योग के नाम से जाना जाता है। ऐसे व्यक्ति बहुत ही गुणी और ज्ञानी होते हैं। साथ ही ऐसे व्यक्ति अपनी कला एवं ज्ञान से यह कई माध्यमों से खूब धन और नाम यश अर्जित करते हैं।
खुले विचारों वाला
पंडित राधे महाराज ने बताया कि सभी के जीवन में तीन रेखा हमेशा खास मायने रखती है। हथेली की मस्तिक रेखा,ह्रदय रेखा और जीवन रेखा। साथ ही बीच वाली रेखा मस्तिक रेखा,दाएं तरफ जीवन रेखा और बाएं तरफ ह्दय रेखा होती है। उन्होंने बताया कि हस्तरेखा के अनुसार जीवन रेखा का लंबा,गहरा,पतला और साफ होना शुभ होती है।
पंडित राधे महाराज ने बताया कि सभी के जीवन में तीन रेखा हमेशा खास मायने रखती है। हथेली की मस्तिक रेखा,ह्रदय रेखा और जीवन रेखा। साथ ही बीच वाली रेखा मस्तिक रेखा,दाएं तरफ जीवन रेखा और बाएं तरफ ह्दय रेखा होती है। उन्होंने बताया कि हस्तरेखा के अनुसार जीवन रेखा का लंबा,गहरा,पतला और साफ होना शुभ होती है।
वहीं अगर जीवन रेखा पर कोई क्रॉस का निशान है तो ये व्यक्ति के लिए अशुभ संकेत होते हैं। साथ ही ऐसा व्यक्ति जिसकी जीवन रेखा और मस्तिक रेखा के बीच कम अंतर हो तो वो खुले विचारों वाला होता है। वहीं अगर अंतर अधिक हो तो सोच विचार करके काम करने वाला होता है और ऐसे व्यक्ति लाइफ में सफल भी होते है। साथ ही उनके आसपास परेशानियां भी नहीं आती है।
उन्होंने बताया कि किसी व्यक्ति की यदि तीनों रेखाएं अगर शुरू से ही मिली हुई हो तो वह व्यक्ति कई तरह की परेशानियों से घिरा रहता है। ऐसे व्यक्ति को किसी पंडित से सलाह लेकर इनका समाधान जरूर करवाना चाहिए। उन्होंने बताया कि जीवन रेखा का अंत में दो भागों में विभाजित होने का मतलब है कि व्यक्ति की मृत्यु उसके जन्म स्थान से दूर होगी। क्योकि शास्त्रों के अनुसार जीवन रेखा का दो भागों में विभाजित होने पर वह व्यक्ति को अलग-अलग करती है।