ग्रीन स्टेशन के मापदंड
ग्रीन इंडिया योजना के तहत भारतीय रेल के स्टेशनों को ग्रीन स्टेशन के लिए निम्न मानदंड तय किए हैं जिनमें- स्टेशन पर प्रॉपर वेंटिलेशन, दिव्यांगजनों के उपयोग के लिए अनुकूल डिजाइन, कूड़ा प्रबंधन प्रणाली, ऊर्जा बचत के लिए डे-लाइट मैनेजमेंट, पैदल यात्रियों एवं गाडिय़ों के आवागमन के लिए बेहतर प्रबंधन, परिसर में पार्क, बेहतर पार्किंग व्यवस्था, स्मार्ट स्टेशन, निर्माण व नवीनीकरण के लिए पर्यावरण अनुकूल उत्पादों का अधिकतम प्रयोग, स्वास्थ्य, स्वच्छता, जल व उर्जा दक्षता के अतिरिक्त हरित पहल आदि शामिल है।
स्टेशन पर मल्टी पर्पस स्टॉल
झाँसी मंडल के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर आवश्यकतानुसार ट्रेनों में खान पान व्यवस्था कराई गई है। यात्रियों को प्लेटफार्म पर कोई असुविधा न हो इसके लिए ग्वालियर, झांसी और उरई आदि स्टेशनों पर कैटरिंग स्टाल्स पर सेनेटाइजर व मास्क भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
8074 किलोलीटर डीजल की बचत
लॉकडाउन पीरियड में (माह अप्रैल से जून) मंडल ने 8074 किलोलीटर डीजल की बचत की गई। मंडल के सिर्फ दो ही खंड हैं ग्वालियर-इटावा और ललितपुर-खजुराहो जहां इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन नहीं है। झांसी-बबीना के मध्य तीसरी लाइन का काम पूरा हो चुका है और अनुमति मिलने के बाद ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
झांसी मंडल का नया रिकॉर्ड
झांसी मंडल ने मालगाड़ी परिचालन, माल लदान व राजस्व अर्जन में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर नया रिकॉर्ड बनाया है। झाँसी मंडल ने जून माह में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रिकॉर्ड तोड़ औसतन 374 वैगन प्रतिदिन लदान का नया रिकॉर्ड स्थापित किया, इससे पहले सर्वाधिक लदान का औसत 366 वैगन प्रतिदिन माह जुलाई 2019 में रहा था। माल परिवहन से मंडल ने जून माह रु. 66.30 करोड़ के राजस्व का मिला था, जो पिछले वर्ष जून माह में प्राप्त राजस्व रु. 56.49 करोड़ से 17.36 अधिक रहा। मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर 68 ट्रेन टर्मिनेट हुई, जिसमें शहरों से चलकर ग्वालियर में 12 ट्रेनें टर्मिनेट हुईं।