मुरार क्षेत्र की हुरावली स्थित 23 बीघा 8 बिस्वा की जमीन में से 13 बीघा की जमीन पर फ्लैट व दुकानें बनाई जाएंगी। जिसमें 495 एमआईजी, 32 एलआईजी व 40 ईडब्ल्यूएस फ्लैट तैयार किए जाएंगे। इसमें टूबीएच के आवास में टाइप-1 में 150, टाइप-2 में 75, थ्रीबीएच के 150 और सेकंड फाइव बीएच के 120 आवास बनाए जाएंगे। वहीं बाकी की जमीन पर भी नया प्रोजेक्ट बनाने की प्लानिंग जारी है।
नगर निगम ने हुरावली पर कॉमशिर्यल प्लान इस तरह से तैयार किया गया है। इससे निगम को करीब 92 करोड़ 47 लाख रुपए का आर्थिक लाभ मिल सकेगा। बनाए गए प्रोजेक्ट में हुरावली में 495 एमआईजी, 32 एलआईजी व 40 ईडब्ल्यूएस फ्लैट और दुकानें तैयार होने के बाद निगम इनकी ऑनलाइन बिक्री करेगा। इसमें प्रोजेक्ट की लागत 238.53 करोड़ और प्रोजेक्ट का कुल लाभ 331 करोड़ हंै, इसमें 92 करोड़ 47 लाख का आर्थिक लाभ निगम को मिलेगा।
निगम अधिकारियों के अनुसार इस प्रोजेक्ट के तहत तैयार होने वाले फ्लैट व दुकान में सुविधाएं एक प्राइवेट बिल्डर की तरह ही दी जाएंगी। 15-15 मंजिल के पांच टावर में लिफ्ट, सुरक्षा गार्ड, सफाई कर्मी सहित सभी सुविधाएं मिलेंगी। अभी यह प्रस्ताव एमआईसी की ओर भेजा गया है और वहां परिषद भेजा जाएगा। जहां से स्वीकार होने के बाद टैंडर प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।
प्रोजेक्ट लागत-238.53 करोड़
कुल लाभ-331
आर्थिक लाभ-92.47 करोड़
एमआईजी फ्लैट-495
एलआईजी फ्लैट-32
ईडब्ल्यूएस फ्लैट-40
प्रोजेक्ट का कार्य पूरा होगा-03 साल में इस तरह निगम को मिली थी जमीन
हुरावली तिराहे के पास नगर निगम को कोर्ट के आदेश के बाद 23 बीघा 8 बिस्वा जमीन मिली है। पूर्व में कब्जे के दौरान इस जमीन पर खेती हो रही थी और खेती करने वाले ने कोर्ट में जमीन पर मालिकाना हक जताया था। इसके बाद निगम ने कोर्ट में दस्तावेज दिखाए और कोर्ट ने दस्तावेजों के आधार पर निगम को मालिकाना हक दिसंबर 2022 में दिया। इसके बाद निगम ने अतिक्रमण से जमीन को मुक्त कराकर जमीन पर कब्जा न हो इसके लिए जमीन पर बाउंड्रीवाल करा दी।