गोंद क्या है
किसी पेड़ के तने को चीरा लगाने पर उसमे से जो स्त्राव निकलता है वह सूखने पर भूरा और कड़ा हो जाता है उसे गोंद कहते हैं। यह शीतल और पौष्टिक होता है। उसमें उस पेड़ के ही औषधीय गुण भी होते हैं। आयुर्वेदिक दवाईयों में गोली या वटी बनाने के लिए भी पाउडर की बाइंडिंग के लिए गोंद का इस्तेमाल होता है। सर्दियों में इसे खाने से पुरानी खांसी, जुकाम, फ्लू और इंफेक्शन जैसी समस्याएं नहीं होती। रोजाना गोंद को भून कर खाने से शरीर अंदर से गर्म रहता है, जो आपको कई बीमारियों से दूर रखता है। आइए जानते हैं रोजाना भूनी हुई गोंद खाने के फायदे…
गोंद को भूनने की विधि
एक वर्तन में 1/2 चम्मच तेल गर्म करके उसमें गोंद को भूने, 3 से 4 मिनट तक भूननें के बाद गोंद पॉपकॉर्न की तरह फूल जाएंगे,सर्दियों में गोंद से बने लड्डू का सेवन भी बहुत फायदेमंद होता है।….
विभिन्न प्रकार की गोंद
“नोट- इसके अलावा सहजन, बेर, पीपल, अर्जुन आदि पेड़ों के गोंद में उसके औषधीय गुण मौजूद होते है।”
भुनी हुई गोंद खाने के फायदे
प्रैग्नेंसी में गोंद कतीरा खाने के फायदे
सर्दी-खांसी में गोंद कतीरा खाने के फायदे
आइए जानते हैं आखिर कैसे बनाए जाते हैं ये टेस्टी लड्डू।
विधि –