एमआईटीएस कॉलेज में ली ट्रेनिंग
निधा अख्तर को ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ (Namo Drone Didi scheme)के तहत उन्हें ग्वालियर के एमआईटीएस कॉलेज में इफको द्वारा मुफ्त ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग दी गई। ट्रेनिंग के बाद, उन्हें संचालनालय नागर विमानन मंत्रालय से ड्रोन पायलट का लाइसेंस मिला। इस योजना के तहत इफको ने उन्हें एक ड्रोन, एक इलेक्ट्रिक गाड़ी और एक जनरेटर भी उपलब्ध कराया। इसके बाद निधा ने मोहना और आसपास के गांवों के 325 किसानों के 2250 एकड़ रकबे पर धान, मटर, सरसों, टमाटर और अन्य फसलों पर नैनो खाद का छिड़काव किया। नैनो खाद के छिड़काव के जरिए न केवल किसानों की लागत और समय की बचत हुई, बल्कि पर्यावरण के लिए भी यह पहल लाभकारी साबित हुई। निधा का कहना है कि इस काम से उन्होंने केवल चंद महीनों में साढ़े 3 लाख रूपए की कमा लिए है।
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Watch Video: भाजपा मंडल अध्यक्ष बनते ही दनादन बरसाईं गोलियां क्या है ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ ?
नमो ड्रोन दीदी योजना (Namo Drone Didi scheme) केंद्रीय क्षेत्र की योजना है जिसका लक्ष्य महिलाओं के नेतृत्व वाले स्वयं सहायता समूहों (Self Help Groups) को कृषि सेवाएं प्रदान करने के लिए ड्रोन तकनीक से लैस करके सशक्त बनाना है। इस योजना का लक्ष्य 2024-25 से 2025-2026 की अवधि के दौरान 15000 चयनित महिला स्वयं सहायता समूहों को कृषि उद्देश्य के लिए किसानों को किराये की सेवाएं प्रदान करने के लिए ड्रोन प्रदान करना है। हालांकि, अभी ड्रोन सिर्फ तरल उर्वरकों और कीटनाशकों के छिड़काव के उपयोग के लिए दिया जा रहा है। इस पहल से किसानों को कृषि में निवेश बढ़ाने में मदद मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा उम्मीद यह भी लगाई जा रही है कि स्वयं इस योजना से सहायता समूह हर साल कम से कम 1 लाख रूपए की अतिरिक्त आय अर्जित कर सके।