शहर के अनुपम नगर में रहनेवाली गीतासिंह गौर जब एक करोड़ रुपए की राशि जीतकर आई तो परिजनों, दोस्तों ने उनका जोरदार स्वागत किया। वे मुंबई में 7 दिन रहने के बाद ग्वालियर लौटीं. गीतासिंह ने बताया कि हम 26 अक्टूबर को मुंबई पहुंचे थे. 28 अक्टूबर को गोरेगांव स्थित स्टूडियो में मुझे हॉटसीट पर बुलाया गया। पहले दिन अभिताभजी 7 प्रश्न पूछे थे और अगले दिन 8 प्रश्नों के जवाब देकर मैं एक करोड़ रुपए जीत गई।
गीतासिंह ने बताया कि वे महिला सशक्तिकरण की पक्षधर हैं. यही कारण है कि प्रश्नों के जबाव देने के बीच—बीच में अभिताभजी ने जब—जब पर्सनल सवाल किए तो मैंने इसी पर बात की. मैं यह सोच कर ही बैठी थी कि मुझे महिला सशक्तिकरण के संबंध में ही बोलना है। उनका मानना है कि महिलाएं घर चलाने, रिश्ते निभाने में बेहतर होती हैं पर उनको उचित सम्मान नहीं मिलता।
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गीता सिंह का कहना है कि वे कन्यादान के खिलाफ हैं इसलिये बेटी की शादी में कन्यादान नहीं किया। उन्होंने बताया कि मेरे घर में बहू यानि लक्ष्मी आयेगी तो मैं उनके पैरों की छाप (फुटप्रिंट) संभालकर रखूंगी। वे शासकीय विद्यालय में पढ़ी और 35 साल की उम्र में एलएलबी किया। वे अच्छी वाहन चालक हैं और शहर की सड़कों पर जीप चलाते हुए भी देखी जाती हैं.