21 अक्टूबर को पहाड़ी पर मिली थी लाश
ग्वालियर के पुरानी छावनी इलाके के रहने वाले इरफान नाम के युवक की लाश पुलिस को 21 अक्टूबर को बदनपुरा-अकबरपुर पहाड़ी के पास मिली थी। इरफान को गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया था। तब इरफान के पिता ने पुलिस को बताया था कि इरफान रात 12 बजे के आसपास एक शादी में जाने का कहकर निकला था और फिर वापस नहीं लौटा। पुलिस की जांच में पता चला कि इरफान हिस्ट्रीशीटर बदमाश था और उस पर कई आपराधिक मामले दर्ज थे। यह भी पढ़ें
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पिता ने दी बेटे की हत्या की सुपारी
पुलिस ने हर एंगल से मामले की जांच शुरू की तो जल्द ही पुलिस इरफान की हत्या की गुत्थी सुलझाने में कामयाब हो गई। पूछताछ के दौरान इरफान के पिता हसन पर शक और हुआ जब पुलिस ने पिता हसन से कड़ाई से पूछताछ से की तो उसने जो बताया उसे सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई। पिता हसन ने बताया कि इरफान की हरकतों और नशे की लत के कारण परिवार में आए दिन विवाद होता रहता था। इरफान और परिवार के सदस्यों के बीच रिश्ते तो खराब हो ही गए थे और समाज में भी उसके परिवार की बदनामी हो रही थी। इसीलिए उसने 50 हजार रूपए में अर्जुन उर्फ शराफत खान और भीम सिंह परिहार को उसकी हत्या की सुपारी दी थी। यह भी पढ़ें