ग्वालियर। लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग अशोकनगर में पदस्थ कार्यपालन यंत्री सौरभ गोल्या को लोकायुक्त पुलिस ने शुक्रवार को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। गोल्या ने यह रिश्वत अशोकनगर में नलकूप खनन के एवज में मांगी थी। लोकायुक्त डीएसपी आरबी शर्मा के नेतृत्व में लोकायुक्त टीम ने साईं मंदिर विकास नगर के पास स्थित पीएचई कॉलोनी में गोल्या के शासकीय आवास पर कार्रवाई करते हुए आरोपी को जैसे ही रिश्वत की राशि के साथ पकड़ा और उसके हाथ सोडियम कार्बोनेट से धुलवाए तो रंग गुलाबी हो गया। रिश्वत की राशि चादर के नीचे से बरामद हुई। गोल्या से बरामद हुई राशि पहले बोर के लिए ली गई थी। यह भी पढ़ें- ऐसे करें शनिदेव को प्रसन्न और कष्टों से पाएं मुक्ति छह बोरवेल के लिए मांगे थे 1.20 लाख अशोकनगर में व्याप्त पेयजल संकट के निराकरण के लिए शासन द्वारा शहर व ग्रामीण क्षेत्र में नलकूप खनन के लिए मंजूरी दी गई थी। इसके तहत फरियादी सनत कुमार सिंघई त्रिमूर्ति जैन मंदिर गुना की फर्म स्वागत बोरवेल गुना को 8 इंची के छह बोरवेल का ठेका दिया गया था। सनत को काम के लिए वर्कआउर भी विभाग ने जारी कर दिया था, लेकिन कार्यपालन यंत्री सौरभ गोल्या प्रत्येक प्वॉइंट के लिए 20 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा था। सनत ने बताया कि ६ प्वॉइंट के लिए गोल्या ने 1.20 लाख रुपए की मांग की थी। गोल्या उसे धमकी दे रहा था कि अगर पैसे नहीं दिए तो ठेका निरस्त कर दिया जाएगा। पैसा मिलने पर ही वह काम कर पाएगा। सनत ने गोल्या से कहा कि कुछ पैसे कम कर लो, लेकिन गोल्या तैयार नहीं हो रहा था। यह भी पढ़ें- चंबल किनारों पर अब नहीं चल सकेंगे वाहन तो गुरुवार को ही पकड़ा जाता गोल्या सनत ने बताया कि जब गोल्या बिना पैसे के काम नहीं करने दे रहा था तब उन्होंने लोकायुक्त पुलिस को 2 मई को आवेदन दिया, जिस पर लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि कर गोल्या को दबोचने जाल बिछाया। गोल्या 5 मई को अशोकनगर में रिश्वत लेने वाला था। टीम वहां पहुंचती इससे पहले ही ठेकेदार ने बताया कि गोल्या ग्वालियर लौट रहा है इसलिए 6 मई को सुबह घर आ जाना । शुक्रवार सुबह 10 बजे तय कार्यक्रम के अनुसार लोकायुक्त पुलिस ने फरियादी सनत कुमार को 20 हजार रुपए की राशि देकर गोल्या को देने भेजा। तब तक पीएचई कॉलोनी में लोकायुक्त पुलिस की टीम ने डेरा डाल दिया था। सनत ने रिश्वत की राशि देने के बाद जैसे ही टीम को इशारा किया टीम ने गोल्या को मौके पर ही रिश्वत की राशि के साथ दबोच लिया। जमानत पर छोड़ा लोकायुक्त एसपी अमित सिंह ने बताया कि गोल्या की गिरफ्तारी के बाद उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया है। यह भी पढ़ें- मदद मांगने आए बच्चों से पुलिस बोली “जब पिटाई हो जाए तब आना” यहां करें शिकायत यदि कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी किसी कार्य के लिए रिश्वत की मांग करता है तो मोतीमहल स्थित लोकायुक्त कार्यालय में फोन नंबर 0751-2457121 पर सूचना दे सकते हैं। ये थे टीम में शामिललोकायुक्त पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में इंस्पेक्टर अतुल सिंह, कविंद्र सिंह चौहान, मनीष शर्मा, रानीलता राजपूत तथा आरक्षक अमर सिंह गिल व अन्य लोग शामिल थे। रिश्वत के साथ पकड़े गए गोल्या का कहना था कि उसे गलत तरीके से फंसाया गया है।