बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय तूफान रेमल (Cyclone Remal) के असर से बारिश और तेज हवाओं का दौर जारी है। इसका कई राज्यों में भी असर पड़ सकता है। बता दें कि एमपी के कई शहरों में भी रेमल चक्रवाती तूफान का असर नजर आया है। रेमल तूफान के कारण हवा का रुख पूर्वी दिशा की ओर हो गया है। यह हवा अपने साथ नमी लेकर आ रही है, जिससे अधिकतम तापमान 41.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। हालांकि तापमान सामान्य से 0.9 डिग्री सेल्सियस कम रहा, लेकिन उमस बढऩे से बेचैनी बढ़ी। उमस के कारण कई शहर गरम भट्टी जैसे तप रहे हैं।
Cyclone Remal Update: तेजी से आगे बढ़ रहा है भीषण चक्रवात रेमल, जानें एमपी पर असर इस बार क्यों ज्यादा तप रहे 9 दिन
- राजस्थान का रेगिस्तान तप रहा है। बंगाल की खाड़ी का तूफान तट से टकराने के बाद पूर्वोत्तर राज्यों की ओर जाएगा। इससे हवा का रुख पश्चिमी दिशा से होगा। पश्चिमी हवा अपने साथ राजस्थान की भीषण गर्मी लेकर आएगी।
- मध्यप्रदेश (madhya pradesh weather) में हीट वेव की गति अधिक होने से चुभन बढ़ेगी। हवा में नमी नहीं होने से हवा गर्म हो जाएगी।
- 27 से 28 मई के बीच सीवियर हीट वेव की वजह से ग्वालियर शहर (gwalior) सहित अंचल भट्टी जैसा तपेगा। सीवियर हीट वेव की रफ्तार 13 किलोमीटर प्रतिघंटा रह सकती है।
दस साल में 6 बार ही तीखे रहे 9 दिन
पिछले दस साल में नौतपा की स्थिति देखी जाए तो 6 बार ही तपा है। चार बार आंधी और बारिश ने नौतपा को ठंडा कर दिया। 2019 में नौतपा के दौरान रिकॉर्ड गर्मी हुई थी। 2019 में 31 मई को 47.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड हुआ था। 1947 के बाद सबसे अधिक तापमान दर्ज हुआ था। नौतपा 25 मई से 2 जून के बीच रहेंगे। यह दिन भीषण गर्मी के लिए जाने जाते हैं। इसके बाद प्री मानसून हलचल शुरू हो जाती है।
अगले 6 दिन दर्ज हो सकता है इतना तापमान
तारीख – तापमान
25 – 44.0
26 – 45.0
27 – 47.0
28 – 47.0
29 – 46.0
30 – 45.0
इन सालों में सबसे ज्यादा तपा नौतपा
वर्ष – दिनांक – तापमान
2014- 31- 45.4
2015- 27- 45.9
2018- 28- 46.6
2019- 31- 47.2
2020- 28 – 46.2
जानें क्या है नौतपा
नौतपा यानी पूरे 9 दिन तक भीषण गर्मी। दरअसल इन दिनों सूर्य की किरणें पृथ्वी पर सीधी पड़ती हैं। इससे तापमान में उछाल आता है। कई जगह गर्मी रिकॉर्ड तोड़ देती है। दरअसल ज्येष्ठ महीने में जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तो नौतपा लग जाता है। ऐसे में सूर्य से निकलने वाली तेज किरणों से धरती तपने लगती है। ये भी पढ़ें : MP Weather Forecast: एमपी में लू का रेड अलर्ट, इन शहरों में हीटवेव का कहर अस्पतालों में बनाए गए विशेष वार्ड
मध्यप्रदेश के कई जिलों में गर्मी से बचाव की तैयारी की गई है। 6 सरकारी अस्पतालों में लू-तापघात वार्ड बनाए गए हैं। जिला चिकित्सालय मुरार, सिविल अस्पताल हजीरा, शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दीनदयाल नगर, सिविल अस्पताल डबरा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहना व भितरवार शामिल हैं। लू-तापघात उपचार वार्ड में 2- 2 पलंग , एसी व कूलर व ठंडे पानी की व्यवस्था के साथ-साथ कोल्ड स्पंजिंग, ओआरएस. घोल, मोनीटर, थर्मामीटर, आइवी फ़्लूइड व अन्य दवाइयों की व्यवस्था की गई है। साथ ही एक-एक मेडिकल ऑफिसर एवं एक-एक नर्सिंग स्टाफ़ की रोटेशन वार ड्यूटी लगाई गई है।
मौसम विभाग ने भी कहा है आने वाले दिनों में गर्मी के तेवर तीखे होंगे और लू चलेगी। इसलिए जिले के 6 अस्पतालों में हीट स्ट्रोक और लू की चपेट में आने वालों के इलाज का इंतजाम किया गया है। यहां मेडिकल ऑफीसर समेत नर्सिंग स्टाफ मौजूद रहेगा।
आने वाले दिनों में गर्मी और तेजी पकड़ेगी। इसकी चपेट में आने वालों को समय पर इलाज मिले इसलिए मुरार जिला अस्पताल, हजीरा सिविल अस्पताल, दीनदयाल नगर में शहरी सामुदायिक केंद्र, डबरा के सिविल अस्पताल, मोहना और भितरवार में सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में हीट स्ट्रोक और लू के इलाज के वार्ड बनाए गए हैं।
दो पलंग, दवाएं रहेंगी
लू और हीट स्ट्रोक वार्ड में कूलर, एसी के अलावा ठंडे पानी और जरूरी दवाओं का इंतजाम रहेगा। मरीजों को तुंरत इलाज के लिए राउंड द क्लॉक मेडिकल ऑफीसर और नर्सिंग स्टाफ मौजूद रहेगा।