दरअसल, जीवाजी विश्वविद्यालय के परीक्षालय में बुधवार को दोपहर 2 से 5 बजे के बीच B.Ed द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा ली जा रही थी। यहां 1200 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए हैं। कक्ष क्रमांक 8 में तैनात महिला पर्यवेक्षक को एक छात्रा को अपनी हथेली बार बार देखे जाने पर शक हुआ। इसपर महिला पर्यवेक्षक ने जब छात्रा का हाथ देखा तो उसपर कई प्रश्नों के उत्तर लिखे हुए थे। यही नहीं छात्रा ने बड़े सलीके से हथेली के साथ साथ अपनी उंगलियों तक पर लिखा हुआ था। जिसके बादल महिला पर्यवेक्षक ने छात्रा के खिलाफ प्रकरण तैयार कराया। नियमानुसार नकल की प्रति भी अनुचित साधन के प्रयोग के प्रकरण में जब्त की जाती है, लेकिन छात्रा हथेली और उंगलियों पर प्रश्नों के उत्तर लिख कर लाई थी, इसलिए उसके हाथ की फोटो कॉपी करके मूल कॉपी से जोड़ दिया। नकल प्रकरण बनाने के बाद छात्रा को दूसरी कॉपी सौंप दी गई।
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परीक्षा केंद्र प्रभारी बोले- सबूतों के आधार पर लेंगे फैसला
मामले को लेकर परीक्षा केंद्र के प्रभारी ने बताया कि, इस मामले में गठित अनुचित साधन के प्रयोग वाली कमेटी जल्द ही सारे सबूतों के आधार पर अपना फैसला सुनाएगी। आपको बता दें कि, युनिवर्सिटी में चीटिंग का ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी यहां कई छात्र चीटिंग करते पकड़ाए जा चुके हैं।