ग्वालियर

नोटिस के बाद भी एसडीएम ने मंदिरों की जमीन की जांच में नहीं दिखाई रुचि

मंदिरों की जमीन की शिकायतें आ चुकी प्रशासन के पास, एसडीएम को करना है जांच

ग्वालियरFeb 01, 2024 / 06:20 pm

Rahul Thakur

नोटिस के बाद भी एसडीएम ने मंदिरों की जमीन की जांच में नहीं दिखाई रुचि

ग्वालियर. एसडीएम को नोटिस दिए जाने के बाद भी जिले के माफी औकाफ मंदिरों की जमीन की जांच पूरी नहीं हो सकी है। मंदिरों की जमीन की जांच को 9 महीने पूरे होने को आ रहे हैं। लेकिन मंदिरों की कितनी जमीन माफिया के कब्जे में है और कितनी मंदिरों के पास है, इसका सच सामने नहीं आया है। मंदिरों की जमीनों को लेकर लगातार प्रशासन के पास शिकायतें भी आ रही हैं। जनसुनवाई में रामजानकी मंदिर गंगादास की बड़ी शाला की जमीन पर हो रहे अतिक्रमण की शिकायत आई है और शिकायतकर्ता ने अवैध विक्रय का आरोप भी लगाया है। इस शिकायत को जांच के लिए भेज दिया है। आजादी के बाद जिले के 865 मंदिरों को 4290 हेक्टेयर भूमि दी गई थी। इन जमीनों की निगरानी के लिए माफी औकाफ विभाग बनाया गया है। लेकिन माफी औकाफ ने मंदिरों की जमीनों पर ध्यान नहीं दिया। धीरे-धीरे राजस्व विभाग के अमले ने मंदिरों के खसरों में बदलाव किए। 60 से 70 के दशक में जो जमीनें मंदिरों के नाम थीं, वह निजी दर्ज हो गईं। शहरी क्षेत्र की जमीनों में ज्यादा धांधली हुई है। राम जानकी मंदिरों के नाम से जो जमीनें थीं, उनमें हेराफेरी की गई है। मंदिरों की जांच नहीं किए जाने को लेकर एसडीएम को नोटिस जारी किए गए थे, और तत्काल जांच रिपोर्ट मांगी गई थी। लेकिन नोटिस के बाद भी मंदिरों की जांच नहीं हो सकी है। स्मरण पत्र भी जारी किए गए थे। संयुक्त कलेक्टर संजीव जैन का कहना है कि अभी किसी से जांच रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। जांच के लिए फिर से पत्र लिखेंगे।
जिले में मंदिर व उनके नाम कितनी जमीनें
ग्वालियर तहसील
-183 राजस्व ग्रामों में 352 धर्म स्थल हैं। इनके नाम 1091.79 हेक्टेयर भूमि है।
डबरा तहसील
-123 राजस्व ग्रामों में 285 धर्म स्थल हैं। इनके नाम 2122.47 हेक्टेयर जमीन है। इस तहसील के गांवों में मंदिरों की जमीन को खुर्दबुर्द करने के मामले सामने आ चुके हैं।
भितरवार तहसील
-117 राजस्व ग्रामों में 228 धर्मस्थलों के नाम 1076.65 हेक्टेयर जमीन है। भितरवार में मंदिरों के नाम बड़े रकवे मौजूद हैं। यहां भी जमीनें खुर्दबुर्द हुई हैं।

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