यह लोग एक दूसरे से तीन फीट की दूरी के नियम को भी ध्यान नहीं रख रहे है। मेन रास्तों, बाजारों में तो पुलिस भी लगातार गष्त कर बिना वजह बाहर निकलने वालों को नसीहत दे रही है, लेकिन सकरी गलियों और घनी बस्तियों में उसका आवाजाही भी कम है। ऐसी बस्तियों में नजर रखने के लिए ड्र्ोन कैमरे का इस्तेमाल हो सकता है।
एडीजीपी राजाबाबू सिंह कहते हैं कि लोगों को लगातार समझाया जा रहा है कि लापरवाही उनके अलावा परिवार और दूसरे लोगों की जिदंगी के लिए भी खतरा साबित हो सकता है। कमिष्नर ग्वालियर संभाग के साथ षहर के हालात देखने निकले तो घनी बस्तियों में बिना वजह लोगों की घर से बाहर मौजूदगी सामने आई थी। किन जगहों पर लोग नियमों को तोड रहे है। उन पर नजर रखने के लिए ड्र्ोन कैमरे का इस्तेमाल किया जा सकता है।
यह होगा फायदा
ड््रोन के जरिए यह पता करना आसान होगा कि किस गली मौहल्ले में कितने लोग घरों से बाहर है। उन जगहों के बारे में आसानी से जानकारी मिलेगी जहां पुलिस गाडियों से नहीं पहुंच सकती। जो बिना वजह घरों के बाहर बैठे हैं उनके फोटो भी लिए जा सकेंगे।
यह होगा फायदा
ड््रोन के जरिए यह पता करना आसान होगा कि किस गली मौहल्ले में कितने लोग घरों से बाहर है। उन जगहों के बारे में आसानी से जानकारी मिलेगी जहां पुलिस गाडियों से नहीं पहुंच सकती। जो बिना वजह घरों के बाहर बैठे हैं उनके फोटो भी लिए जा सकेंगे।