ये भी पढें – शादी के नाम पर सैकड़ों को ठगा, अब कुंवारों को ठगने वाली गैंग का मैनेजर गिरतार हनुमान नगर (गोला का मंदिर) ए-27 निवासी डॉ. मुकेश कुमार शुक्ला (63) को साइबर ठगों ने 29 नवंबर की सुबह 10.15 बजे टैक्सेशन विभाग का कर्मचारी बनकर कॉल किया। उनसे कहा वह महालक्ष्मी ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक हैं। कंपनी को 9 लाख 44 हजार 044 रुपए टैक्स चुकाना है। रकम का भुगतान करो, नहीं तो दो घंटे में उनके खाते से पैसा विड्राल कर लिया जाएगा।
ये भी पढें – एमपी में ‘फेंगल’ का असर, 7 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी, दिखेगा शीतलहर डॉ. शुक्ला ने बताया कि आयुर्वेदिक डॉक्टर (Digital Arrest) हैं, कंपनी से उनका कोई लेना देना नहीं है तो फोन करने वाले ने पैंतरा बदला। रिकार्ड में तो वहीं कंपनी के मालिक हैं, यह गलत है तो उनके साथ फ्रॉड हुआ है दिल्ली पुलिस मुख्यालय में इसकी तुरंत शिकायत करो। देर की तो खाते से 9 लाख रुपया कट जाएगा।
ठग बोला पीएम ने किया पदस्थ
डॉ.शुक्ला ने बताया ठगों (Digital Arrest) ने उन्हें सोचने समझने का मौका नहीं दिया, सवाल पर सवाल करते गए। लगातार जेल जाने की बात सुनकर वह भी सहम गए। लगातार सफाई दी कि उम्र के इस पडाव में गैर-कानूनी काम नहीं करेंगे। उनकी पहली पत्नी और बेटे की कोरोना में मौत हो चुकी है। उनका परिवार बिखर चुका है। दूसरी शादी कर फिर संभलने की कोशिश की है। तब उनसे कहा गया वह चाहें तो पीएफआइ से जांच करा सकते हैं। इससे उन्हें राहत मिल सकती है। उसके लिए प्रवीण सूद से बात कराई। उसने खुद को सीबीआइ चीफ बताकर कहा- ऑनलाइन फ्रॉड की लगातार वारदातें देखकर पीएम मोदी (PM Modi) ने उसे विशेष तौर से इस तरह के अपराधों पर लगाम के लिए पदस्थ किया है।बैंक में जमा कराए 21 लाख रुपए
उसने सुप्रीम कोर्ट के सामने उनकी बात रखकर जांच के आदेश कराने का भरोसा दिलाया, लेकिन शर्त रखी कि जैसा वह कहेगा वैसा करना पड़ेगा। फिर सूद ने 48 घंटे उन्हें घर में डिजिटल अरेस्ट रखा। उनके बैंक में जमा 21 लाख रुपए अपने बैंक खातों में जमा कराए। किसी से फोन पर भी बात नहीं करने दी। ऑनलाइन पैसा लूटने के बाद भी तीन दिन तक डिजिटल (Digital Arrest) निगरानी में रखा। लगातार यह भरोसा दिलाता रहा कि जांच पूरी पर पूरा पैसा वापस कर देगा फिर संपर्क बंद कर दिया। ये भी पढें – आइकोनिक सिटी बनेगी श्रीराम राजा की नगरी, जानिए क्या है खास
पुलिस वर्दी में बैठा था ठग
डॉ. शुक्ला ने बताया दो घंटे में दिल्ली पहुंचकर शिकायत दर्ज कराना संभव नहीं था। फोन करने वाले ने हमदर्दी दिखाकर कहा ऑनलाइन एफआइआर (Digital Arrest) दर्ज कराने के लिए उनका नंबर दिल्ली पुलिस को दे रहा है। कुछ ही देर बाद वाट्सऐप कॉल आया। इस बार वर्दी में पुलिस वाला बात कर रहा था। उसने खुद को अजय कुमार बताया और शिकायत पूछी और ऑनलाइन एफआइआर नंबर 49916 दर्ज होना बताई, उनसे पूरे परिवार की आईडी दिखाने को कहा। इस दौरान ऑनलाइन आईडी चैक करने का हवाला भी दिया गया। उनकी पत्नी और बेटी की आइडी को सही बताया, लेकिन उनकी आइडी देखकर कहा तुम्हें तो आजीवन जेल में रहना होगा, पूरी संपति भी कुर्क होगी, क्योंकि तुम्हारी आईडी महालक्ष्मी ट्रांसपोर्ट कंपनी के अलावा मनीष चौधरी से भी पकड़ी गई है। मनीष को सीबीआई ने करोड़ों रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग में गिरफ्तार किया है। भरोसा दिलाने के लिए उनके नाम से जारी आइसीआइसीआई बैंक का प्लेटिनम वीजा कार्ड भी दिखाया।