ेआखिरी सोमवार 8 अगस्त को
सावन के पहले सोमवार से कई लोगों ने सोलह सोमवार के व्रत भी शुरू किए हैं। दूसरा सोमवार 25 जुलाई को है। इस दिन धन प्राप्ति के उपाय किए जाते हैं। तीसरा सोमवार 1 अगस्त को है। इस दिन निराहार रहते हुए शिव भक्ति में लीन रहा जाता है। इस दिन पंचामृत से शिवजी का अभिषेक करना विशेष फलदायी रहता है। चौथा और अंतिम सोमवार 8 अगस्त को है। इस दिन शिवलिंग का अभिषेक केसर के दूध से करने से दाम्पत्य जीवन में आ रही सारी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं। केसर के दूध से अभिषेक करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
सावन के पहले सोमवार से कई लोगों ने सोलह सोमवार के व्रत भी शुरू किए हैं। दूसरा सोमवार 25 जुलाई को है। इस दिन धन प्राप्ति के उपाय किए जाते हैं। तीसरा सोमवार 1 अगस्त को है। इस दिन निराहार रहते हुए शिव भक्ति में लीन रहा जाता है। इस दिन पंचामृत से शिवजी का अभिषेक करना विशेष फलदायी रहता है। चौथा और अंतिम सोमवार 8 अगस्त को है। इस दिन शिवलिंग का अभिषेक केसर के दूध से करने से दाम्पत्य जीवन में आ रही सारी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं। केसर के दूध से अभिषेक करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
अचलेश्वर मंदिर : अचलेश्वर महादेव मंदिर पर सुबह 4 बजे से श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था। श्रद्धालुओं की भीड़ के लिए यहां टै्रफिक व्यवस्था में बदलाव किया गया था। जीवाजी क्लब और सनातन धर्म मंदिर की ओर से आने वाले फोर व्हीलर को रोकने के लिए यहां बेरीकेड्स लगाए गए थे। यहां दोनों ओर पुलिस बल भी मौजूद था। मंदिर में पानी की मोटर खराब होने के कारण सुबह के समय श्रद्धालुओं को जलाभिषेक करने में परेशानी भी हुई। यहां फायर ब्रिगेड से पानी मंगाया गया वह भी खत्म हो गया था।
गुप्तेश्वर : गुप्तेश्वर मंदिर में सुबह 3 बजे ही पट खोल दिए गए थे। मंदिर में 20 स्वयंसेवक और पुलिस बल मौजूद रहा। यहां एक गेट से प्रवेश की व्यवस्था करते हुए श्रद्धालुओं को दूसरे गेट से निकाला जा रहा था।
कोटेश्वर : कोटेश्वर मंदिर पर भी सुबह 4 से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी थी। यहां भी सेवादार भीड़ को व्यवस्थित करने में जुटे हुए थे। इसके साथ ही पुलिस बल भी मौजूद था।