बाद में मंदिर से बाहर आने के बाद पुलिस ने उनको समर्थकों सहित गिरफ्तार कर लिया। साथ ही उन पर आचार संहिता उल्लंघन का केस भी दर्ज किया गया। जैसे ही उन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया भारी संख्या में उनके समर्थक थाने पहुंच गए। लेकिन पुलिस ने उन्हें समझाकर मामले को शांत किया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस फोर्स भी तैनात रहा।
लाठीचार्ज के हालात बने
दतिया स्थित मां पीताम्बरा पीठ पर दर्शन करने के लिए देवकीनंदन ठाकुर अपनी कार से शाम चार बजे पहुंचे। जैसे ही पुलिस को उनके आने की जानकारी मिली वह तुंरत ही मंदिर पहुंची और उन्हें मंदिर में प्रवेश करने के रोका गया। क्योकि उनके साथ भारी संख्या में समर्थकों की भीड़ थी। हालांकि देवकीनंदन मंदिर में पहुंचे और पूजा-अर्चना की। साथ ही मंदिर परिसर में बने प्रसिद्ध शिवालय में शिवपरिवार का अभिषेक भी किया।
दतिया स्थित मां पीताम्बरा पीठ पर दर्शन करने के लिए देवकीनंदन ठाकुर अपनी कार से शाम चार बजे पहुंचे। जैसे ही पुलिस को उनके आने की जानकारी मिली वह तुंरत ही मंदिर पहुंची और उन्हें मंदिर में प्रवेश करने के रोका गया। क्योकि उनके साथ भारी संख्या में समर्थकों की भीड़ थी। हालांकि देवकीनंदन मंदिर में पहुंचे और पूजा-अर्चना की। साथ ही मंदिर परिसर में बने प्रसिद्ध शिवालय में शिवपरिवार का अभिषेक भी किया।
जैसे ही देवकीनंदन मंदिर से बाहर निकले तो वहां पहले से मौजूद भारी पुलिस फोर्स ने उनको आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार कर कोतवाली ले गए। इस दौरान पुलिस और देवकीनंदन ठाकुर के समर्थकों के बीच काफी नौकझोंक भी हुई। साथ ही लाठीचार्ज के हालात भी बने लेकिन एसडीएम और पुलिस ने लोगों को समझाते हुए मामले को शांत करवा दिया। साथ ही देवकीनंदन महाराज ने भी अपनी गिरफ्तारी दे दी।
SC/ST एक्ट के खिलाफ उठाई आवाज आपको बता दें कि कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने करणीसेना द्वारा ग्वालियर में आयोजित एक सभा में शिरकत कर एस्ट्रोसिटी एक्ट का विरोध किया था। देवकीनंदन ठाकुर ने प्रदेश सरकार को इसमें संसोधन करने की मांग की थी। साथ ही देवकीनंदन ठाकुर ने सवर्ण समाज के लोगों का सपोर्ट करते हुए प्रदेश सरकार से तुरंत एक्ट में बदलाव करने की मांग करते हुए तल्ख लहजे में तुरंत बदलवा करने को कहा था।