नदी पार करके आए मजदूरों की व्यथा सुनकर हर कोई स्तब्ध रह गया। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने तत्काल उनकी मदद की। जब यह बात एसडीएम अभिषेक चौरसिया को पता चला तो उन्होंने खाने-पीने की व्यवस्था कर कलेक्टर को उप्र पुलिस के खिलाफ कार्रवाई करने का प्रस्ताव भेजा है। यहां बता दें कि चंबल नदी में मगरमच्छ और घडिय़ाल भी घूमते रहते हैं। ऐसे में मजदूरों की जान को बड़ा खतरा हो सकता था।
सभी को पहुंचाया जाएगा अपने घर
बताया जा रह है कि यह सभी मजदूर चंबल के भिण्ड जिले के अटेर के पास ही बने एक गांव के है। सभी लोग यूपी में मजदूरी करने के लिए गए हुए थे। इन सभी लोगों ने एसडीएम के सामने रोते हुए अपने गांव व घर पहुचने की गुहार लगाई। वहीं पुलिस की ओर से भी इन्हें आश्वासन दिया गया कि जल्द ही इन्हें गांव पहुंचाया जाएगा।
बताया जा रह है कि यह सभी मजदूर चंबल के भिण्ड जिले के अटेर के पास ही बने एक गांव के है। सभी लोग यूपी में मजदूरी करने के लिए गए हुए थे। इन सभी लोगों ने एसडीएम के सामने रोते हुए अपने गांव व घर पहुचने की गुहार लगाई। वहीं पुलिस की ओर से भी इन्हें आश्वासन दिया गया कि जल्द ही इन्हें गांव पहुंचाया जाएगा।