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DRDE के प्रतिबंधित क्षेत्र में निर्माण का मामला: 200 मीटर के दायरे में मेयर, मंत्री और जजों के बंगले समेत 37 सरकारी भवन

DRDE के प्रतिबंधित क्षेत्र में निर्माण का मामला: 200 मीटर के दायरे में मेयर, मंत्री और जजों के बंगले समेत 37 सरकारी भवन

ग्वालियरJul 27, 2018 / 12:21 pm

Gaurav Sen

drde gwalior

DRDE के प्रतिबंधित क्षेत्र में निर्माण का मामला: 200 मीटर के दायरे में मेयर, मंत्री और जजों के बंगले समेत 37 सरकारी भवन

ग्वालियर. उच्च न्यायालय के आदेश पर नगर निगम आयुक्त विनोद शर्मा ने गुरुवार को डीआरडीई की दो सौ मीटर की परिधि में आने वाले शासकीय एवं निजी भवनों की सूची प्रस्तुत कर दी है। इस परिधि में जो शासकीय भवन आते हैं, उसमें निगम का मुख्यालय, महापौर विवेक नारायण शेजवलकर का बंगला, उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया का बंगला, पांच न्यायाधीशों के बंगले व दो अधिकारियों के बंगले शामिल हैं। निगम की सूची के अनुसार 37 शासकीय भवन चिन्हित किए गए हैं। वहीं ऐसे निजी भवन जिनका अनुमति लेकर निर्माण किया गया है, उनकी संख्या 54 है, जबकि बिना अनुमति बने भवनों की संख्या 51 है। न्यायालय ने निगम से पूछा कि अवैध भवनों का क्या करोगे?, इस पर निगम की ओर से कहा गया कि विधि अनुसार कार्रवाई की जाएगी। अब बिना अनुमति के बने भवनों पर निगम का बुलडोजर चल सकता है। न्यायालय ने निगम का पक्ष सुनने के बाद अगली सुनवाई के लिए 20 अगस्त की तारीख लगा दी है।

न्यायमूर्ति संजय यादव एवं न्यायमूर्ति एके जोशी की युगलपीठ के समक्ष निगम की ओर से जवाब प्रस्तुत कर कहा गया कि यदि जिला प्रशासन की ओर से राजस्व अधिकारियों का सहयोग मिलता तो यह कार्य सटीक हो सकता था। सोमवार को न्यायालय ने निगम को फटकार लगाई थी कि क्या उसे दो सौ मीटर की परिधि में केवल 16 भवन ही नजर आए। न्यायालय ने दो सौ मीटर के दायरे में आने वाले सभी भवनों की सूची प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। गुरुवार को निगम द्वारा जो संपत्ति की सूची दी गई है उनमें कई बड़े शासकीय संस्थानों के साथ निजी बड़े संस्थान, कई होटल, कई गाडिय़ों के शोरूम और कई बड़े अस्पतालों का उल्लेख है।

 

सूची में ये शासकीय भवन

महापौर बंगला- सर्वे क्रमांक 561
उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया का बंगला, नंबर-44-ए
उच्च न्यायालय के प्रिंसिपल रजिस्ट्रार का बंगला, नंबर – 44 बी-
जिला सत्र न्यायालय का अतिथि गृह-बंगला नंबर-44
तीन सत्र न्यायाधीशों के बंगले, नंबर 47, 48, 48-ए
निगम के अपर आयुक्त का बंगला- 45 व अन्य अधिकारी का बंगला- 46
भारतीय खाद्य निगम भंडार, निगम वर्कशॉप, छत्रपति शिवाजी पार्क
हिंदी भाषा अध्ययन केन्द्र, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रशिक्षण केन्द्र
जिला व्यापार उद्योग केन्द्र, स्कूल ऑफ स्टडीज मैनेजमेंट
स्वास्थ्य विभाग कॉलोनी, सिंधिया मार्ग, यातायात प्रांगण ट्रैफिक थाना
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सीआइडी, बाल सहायक केन्द्र, संजीवनी आयुर्वेदिक औषधि केन्द्र वन विभाग, बाल भवन नगर निगम, बेंबू रेस्टोरेंट, फायर ब्रिगेड ऑफिस, विद्युत विभाग निगम-स्पोर्ट क्लब निगम, तरण पुष्कर-निगम मुख्यालय एवं रूप सिंह स्टेडियम-एजी ऑफिस भवन, फोरेंसिक लैब-पर्यटन भवन जीवाजी विवि, कर्मचारी आवास 9 से 12-टेनिस कोर्ट मैदान, युवा कल्याण विभाग

 

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अनुमति लेकर बनाए गए व्यावसायिक संस्थान

आरोग्यधाम हॉस्पिटल


हेम सिंह/ नारायण सिंह का भवन, जिसमें कोटक महिन्द्रा बैंक संचालित है।


हीरो होंडा का शोरूम, राजभोग रेस्टोरेंट, होटल सनबीम


होटल रॉयल इन-अजय मिश्रा, होटल हॉरीजन,


विशाल मेगा मार्ट, बाटा शो रूम, पेट्रोल पंप-अजय मिश्रा


नीता तायल व अनिल तायल का शोरूम


वीवा शोरूम, मान्यवर शोरूम, सुजुकि शोरूम


फॉर्चुन प्लाजा, निजी हॉस्पिटल-भूमि स्वामी निसार हुसैन


प्रेम मोटर्स-चरणजीत नागपाल
नर्सिंग होम-महेश चन्द्र त्रिपाठी

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