शहर में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का ठेका ईको ग्रीन कंपनी को दिया गया है। कंपनी को सभी 66 वार्ड में कचरा कलेक्शन करना था, लेकिन कंपनी द्वारा सिर्फ 52 वार्ड में कचरा परिवहन किया जा रहा है। इसमें भी सही ढंग से काम नहीं किया जा रहा है। कई क्षेत्र हैं जहां गाड़ी कई दिनों से नहीं जा रही है। नगर निगम और कंपनी के चक्कर में शहरवासियों को परेशान होना पड़ रहा है।
निगम अधिकारी दे रहे 42 वार्डों की सूची
एक ओर जहां कंपनी को परिषद में सभी 66 वार्डों में काम करने की बात कही गई थी, वहीं निगम अधिकारी इन्हें बढ़ाने के बजाए कम करने में तुले हुए हैं। यही कारण है कि 52 वार्ड में कंपनी काम कर रही है, लेकिन निगम द्वारा 42 वार्डों की सूची सौंपने की बात कही जा रही है, जिसमें कंपनी को कार्य करना है।
एक ओर जहां कंपनी को परिषद में सभी 66 वार्डों में काम करने की बात कही गई थी, वहीं निगम अधिकारी इन्हें बढ़ाने के बजाए कम करने में तुले हुए हैं। यही कारण है कि 52 वार्ड में कंपनी काम कर रही है, लेकिन निगम द्वारा 42 वार्डों की सूची सौंपने की बात कही जा रही है, जिसमें कंपनी को कार्य करना है।
शासन से क्लीयरेंस नहीं मिला
कंपनी को कोई दिक्कत नहीं है, वह सभी 66 वार्डों में काम कर सकती है, लेकिन शासन स्तर पर जो क्लीयरेंस कंपनी को मिलना था वह अभी तक नहीं मिला है। जब तक यह नहीं मिलता है कंपनी आगे इनवेस्ट नहीं करेगी। निगम ने 42 वार्डों की सूची देने के लिए कहा था लेकिन अभी तक हमें सूची नहीं मिली है। फिलहाल हम 52 वार्डों में काम कर रहे हैं।
आशीष शर्मा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर ईको ग्रीन
कंपनी को कोई दिक्कत नहीं है, वह सभी 66 वार्डों में काम कर सकती है, लेकिन शासन स्तर पर जो क्लीयरेंस कंपनी को मिलना था वह अभी तक नहीं मिला है। जब तक यह नहीं मिलता है कंपनी आगे इनवेस्ट नहीं करेगी। निगम ने 42 वार्डों की सूची देने के लिए कहा था लेकिन अभी तक हमें सूची नहीं मिली है। फिलहाल हम 52 वार्डों में काम कर रहे हैं।
आशीष शर्मा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर ईको ग्रीन