एसडीएम ने कराई सफाई
प्रदेश में जिला अस्पताल को पहले पायदान पर लाने के लिए काफी दिनों से जिला प्रशासन की टीम प्रयासरत है। सुबह 9 बजे से पहले ही एसडीएम जयति सिंह पहुंच गई थीं और व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए लगी रही। पूरे स्टाफ को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए गए थे।
प्रदेश में जिला अस्पताल को पहले पायदान पर लाने के लिए काफी दिनों से जिला प्रशासन की टीम प्रयासरत है। सुबह 9 बजे से पहले ही एसडीएम जयति सिंह पहुंच गई थीं और व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए लगी रही। पूरे स्टाफ को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए गए थे।
स्टाफ से पूछे सवाल
कायाकल्प की टीम ने जिला अस्पताल में ओटी सहित अन्य तकनीकी स्टाफ से कई सवाल किए। ओटी में पदस्थ स्टाफ से पूछा कि अगर ओटी में थर्मामीटर गिर जाए तो आप कैसे उठाएंगे। साथ ही बायोमेट्रिक क्या होता है। ब्लड के बारे में भी पूछा। कई घंटे अस्पताल की फाइलें भी चैक की गईं।
कायाकल्प की टीम ने जिला अस्पताल में ओटी सहित अन्य तकनीकी स्टाफ से कई सवाल किए। ओटी में पदस्थ स्टाफ से पूछा कि अगर ओटी में थर्मामीटर गिर जाए तो आप कैसे उठाएंगे। साथ ही बायोमेट्रिक क्या होता है। ब्लड के बारे में भी पूछा। कई घंटे अस्पताल की फाइलें भी चैक की गईं।
शिवपुरी से आई टीम
कायाकल्प के लिए सुबह 11 बजे शिवपुरी से तीन सदस्यीय टीम मुरार जिला अस्पताल में पहुंची। इसमें शिवपुरी के डॉ.साकेत सक्सेना, डॉ. रोहित भदकारिया और मैडम डॉ.नायर आई थी। इन्होंने रात 9 बजे तक निरीक्षण कर सभी व्यवस्थाएं देखीं।
कायाकल्प के लिए सुबह 11 बजे शिवपुरी से तीन सदस्यीय टीम मुरार जिला अस्पताल में पहुंची। इसमें शिवपुरी के डॉ.साकेत सक्सेना, डॉ. रोहित भदकारिया और मैडम डॉ.नायर आई थी। इन्होंने रात 9 बजे तक निरीक्षण कर सभी व्यवस्थाएं देखीं।