झांसी रोड में शुक्रवार दोपहर नीरज परिहार 22 निवासी लभेड़पुरा संदीप के घर में जख्मी हालत में पड़ा मिला है। नीरज को संदीप के परिजन ने कमरे में बंद कर रखा था। पुलिस ने जाकर कमरे का दरवाजा खोला तो नीरज के पेट में गोली लगी थी। उसके पास 315 बोर का तमंचा पड़ा था। जेब में जिंदा कारतूस था। नीरज का कहना था संदीप की पत्नी से सोशल मीडिया पर दोस्ती है। इस खुन्नस में संदीप ने पत्नी से फोन कराकर घर बुलाकर गोली मारी है। पुलिस की नजर में नीरज की कहानी बेदम है।
जबरिया दोस्ती की जिद, कमरे में बंद किया
संदीप ने पुलिस को बताया उनकी पत्नी से नीरज की सोशल मीडिया पर दोस्ती थी। पांच महीने से पत्नी ने उसे फ्रेंड बुक से हटा दिया। नीरज खीझ गया। शुक्रवार दोपहर 11 बजे वह काम पर चले गए। घर पर सिर्फ मां और पत्नी थीं। तब नीरज तमंचा लेकर घर में घुस गया। उनकी पत्नी को दोस्ती बरकरार रखने के लिए धमकाया। उसकी हरकत से पत्नी सहम गई। उसने घर में सास के होने का हवाला देकर नीरज को कमरे में बंद कर दिया। फिर मुझे (संदीप) फोन लगाया। मायके वालों को भी फोन किया। नीरज को लगा कि वह फंस गया तो उसने खुद को गोली मार ली।
पुलिस की नजर में घटना संदिग्ध क्यों?
– नीरज की शर्ट में गोली का छेद नहीं है। जबकि पेट में जख्म है। आशंका है शर्ट को उठाकर पेट की खाल को खींच कर गोली चलाई गई है।
– नीरज बोल रहा है कि संदीप ने करीब दो फीट की दूरी से उस पर फायर किया है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट की जांच में नीरज के पेट पर जख्म में कालापन है। ऐसा तब होता है जब शरीर से सटाकर गोली मारी जाए।
फिंगर प्रिंट लिए व स्वैब टेस्ट कराया
महिला ने सोशल मीडिया पर बात बंद की तो युवक उसके घर में घुस गया। उसे जख्मी हालत में महिला के घर से उठाकर अस्पताल में भर्ती कराया है। घायल युवक के पास तमंचा पड़ा मिला है। उसकी जेब से जिंदा कारतूस मिला है। उसे गोली कैसे लगी है। पता लगाने के लिए घायल हैंड स्वैब टेस्ट कराया है। उसके फिंगर प्रिंट भी लिए हैं।
– हिना खान, सीएसपी विश्वविद्यालय सर्किल
क्या है हैंड स्वॉव
गोलीबारी के ऐसे मामले जिनमें पीडि़त या आरोपी पक्ष की भूमिका संदिग्ध होती है। उनमें पुलिस की फोरेंसिक विंग हैंड स्वॉव (संदिग्ध के हाथ धुलवाती है)। फोरेंसिक एक्सपर्ट अखिलेश भार्गव के मुताबिक इसमें संदिग्ध के हाथ के पंजे को कैमीकल से धोया जाता है। दरअसल गोली चलाते वक्त कारतूस से बारीक बारूदी कण निकलते हैं। और फायरिंग करने वाले के उस हाथ के पंजे पर कण चिपकते हैं जिस हाथ से उसने फायर किया है। हैंड स्वॉव में कैमीकल इन कणों को हाथ के पंजे से समेट लेता है। लैब में जांच अगर कैमीकल के साथ बारूदी कण मिलते हैं तो जाहिर है कि गोली संदिग्ध व्यक्ति ने ही चलाई है।