ग्वालियर। भगवान गणेश स्वयं रिद्धि-सिद्धि के दाता और शुभ-लाभ के प्रदाता हैं। वे भक्तों की बाधा, संकट, रोग-दोष तथा दरिद्रता को दूर करते हैं। शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि श्री गणेश जी विशेष पूजा का दिन बुधवार है। इस दिन भगवान की पूजा सच्चें मन से करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। साथ ही अगर आपकी कुंडली में बुध ग्रह अशुभ स्थिति में है तो इस दिन पूजा करने से वह भी शांत हो जाता है। इसके अलावा मिथुन व कन्या राशि(जन्मकुंडली के अनुसार) वाले जातकों के स्वामी बुध होते हैं और और बुध के देवता श्री गणेश है, अत: इस राशि वाले जातकों को भी हमेशा श्री गणेश की पूजा करते रहना चाहिए। बुधवार को गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय जिससे आपकी हर समस्या का निवारण हो जाएगा उपायों से। यह भी पढ़ें- ऐसे मिलेगी हनुमान जी की कृपा ये है उपाय – बुधवार के दिन सुबह स्नान कर गणेशजी के मंदिर उन्हें दूर्वा की 11 या 21 गांठ अर्पित करें। ऐसा करनें से आपको जल्द ही शुभ फल मिलेगे। – अगर आप जिस काम को करने की कोशिश करते है या फिर हर काम में आपको असफलता मिलती है तो बुधवार के दिन गणेश के इस मंत्र का जाप विधि-विधान से करें। आपकों सभी कष्टों से निजात मिल जाएगा। – अगर आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का भंडार है। आपने कई उपाए किए, लेकिन आपको कोई फायदा नही मिला। तो इस बार बुधवार के दिन अपने घर में श्री गणेश जी की सफेद रंग की मूर्ति स्थापित करें। ऐसा करने से आपके घर की सभी नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाएगी। – अगर आपको धन-संबंधी कोई समस्या है। आप अधिक मेहनत भी करते है, लेकिन आपको इतना धन नही मिलता कि आप संतुष्ट रह सकें तो बुधवार के दिन श्री गणेश की विधि-विधान से पूजा करने के बाद गुड़ और घी का भोग लगाएं और थोडी देर बाद भोग गाय को खिला दें। इससे आपको काफी फायदा मिलेगा। – अगर आपके घर में हमेशा कलह रहती है। जिसके कारण आपके परिवार में कभी सुख-शांति नही रहती है। इसके लिए बुधवार को दूर्वा से बनी हुई प्रतिकात्मक मूर्ति बनवाएं और उसे अपने घर के पूजा-स्थल में स्थापित करें साथ ही इसकी रोज विधि-विधान से पूजा करें। – हिन्दू धर्म में गाय को अपनी माता के समान माना जाता है। उनकी सेवा करनें से आपको सुख-शांति की प्राप्ति होती है। इसके लिए बुधवार के दिन गाय को हरी घास खिलाएं। जिससे कि सभी देवी-देवताओं की कृपा आप पर बनी रहेगी। – गणेशजी को सिंदूर चढ़ाएं। हनुमानजी के साथ ही गणेशजी का श्रृंगार भी सिंदूर के किया जाता है। इसीलिए गणेशजी को सिंदूर चढ़ाने से सभी परेशानियां दूर होती हैं। – अगर आपका बुध ग्रह खराब है तो इसके लिए बुधवार के दिन किसी गरीब या किसी मंदिर में जाकर हरे मूंग का दान करे इससे आपका बुध ग्रह का दोष शान्त हो जाएगा। सुख-समृद्धि के लिए किसी पंडित या ज्योतिषी के अनुसार अपने हाथ की सबसे छोटी उंगली में पन्ना रत्न धारण करें। – बुधवार के दिन गणेश जी को सिंदूर चढ़ाए इससे आपकी सभी मनोकामनाएं जल्द ही पूर्ण होगी। सिंदूर चढ़ाते समय विशेष मंत्र को भी पढ़ें, क्योंकि वैसे तो हर देवी-देवता पर सिंदूर चढ़ाया जाता है, लेकिन शिव परिवार या शिव के सभी अंश अवतारों पर सिंदूर चढ़ाने का एक अलग ही महत्व है। इसलिए हर बुधवार को इस मंत्र के साथ गणेशजी को सिंदूर चढ़ाना चाहिए। मंत्र- सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्। शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम्।। बुधवार को गणेश जी को शमी के पत्ते चढ़ाने पर बुद्धि तेज होती है साथ ही सभी क्लेशों का नाश और मानसिक शांति मिलती है। शमी के पत्ते चढाते समय इस मंत्र का जाप करें जिससे कि गणेश जी जल्द प्रसन्न होगा। त्वत्प्रियाणि सुपुष्पाणि कोमलानि शुभानि वै। शमी दलानि हेरम्ब गृहाण गणनायक।। यह भी पढ़ें- नीट का कटऑफ: 67 से 70 प्रतिशत के बीच रहने की उम्मीद सामान्य दिनों में श्री गणेश जी को खुश करने के पांच आसान उपाय 1. हर दिन सुबह स्नान पूजा करके गणेश जी को गिन कर पांच दूर्वा ( एक तरह की हरी घास) अर्पित करें। दुर्वा गणेश जी के मस्तक पर रखना चाहिए। चरणों में दुर्वा नहीं रखें। दुर्वा अर्पित करते हुए मंत्र बोलें ‘इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः’ 2. शास्त्रों में के अनुसार शमी ही एक मात्र पौधा है जिसकी पूजा से गणेश जी और शनि दोनों प्रसन्न होते हैं। ऐसे माना जाता है कि भगवान श्री राम ने भी रावण पर विजय पाने के लिए शमी की पूजा की थी। शमी गणेश जी को अत्यंत प्रिय है। शमी के कुछ पत्ते नियमित गणेश जी को अर्पित करें तो घर में धन एवं सुख की वृद्घि होती है। 3. भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए पवित्र चावल अर्पित करें। पवित्र चावल उसे कहा जाता है जो टूटा हुआ नहीं हो। उबले हुए धान से तैयार चावल का पूजा में प्रयोग नहीं करें। सूखा चावल गणेश जी को नहीं चढ़ाएं। चावल का गीला करें फिर, ‘इदं अक्षतम् ऊं गं गणपतये नमः’ मंत्र बोलते हुए तीन बार गणेश जी को चावल चढ़ाएं। 4. सिंदूर की लाली गणेश जी को बहुत पसंद है। गणेश जी की प्रसन्नता के लिए लाल सिंदूर का तिलक लगाएं। गणेश जी को तिलक लगाने के बाद अपने माथे पर सिंदूर का तिलक लगाएं। इससे गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है। इससे आर्थिक क्षेत्र में आने वाली परेशानी और विघ्न से गणेश जी रक्षा करते हैं। गणेश जी को सिंदूर चढ़ाते समय मंत्र बोलें, ‘सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्। शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम्॥ ओम गं गणपतये नमः’ 5. गणेश जी का एक दांत परशुराम जी से युद्ध में टूट गया था। इससे अन्य चीजों को खाने में गणेश जी को तकलीफ होती है, क्योंकि उन्हें चबाना पड़ता है। मोदक काफी मुलायम होता है जिससे इसे चबाना नहीं पड़ता है। यह मुंह में जाते ही घुल जाता है। इसलिए गणेश जी को मोदक बहुत ही प्रिय है। क्या न करें गणपति बप्पा की पूजा में तुलसी का प्रयोग न करें, तुलसी को इनकी पूजा में निषिद्ध बताया गया है।