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जब उनसे पूछा कि आप किसे अध्यक्ष के रूप में देखना चाहते हैं?, तो मंत्री बोले कि मैं कांग्रेस के साथ हूं और जो हाईकमान का निर्णय होगा वो हमें मान्य होगा। उनसे पूछा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर नेता-विधायक एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं और आप पर भी ऐसे आरोप लगाए गए तो वे बोले कि मैं 20 साल से विधायक हूं और मेरे क्षेत्र में निकलने वाला पत्थर विदेशों तक जाता है, लेकिन मेरा न तो पत्थर उत्खनन में और न ही रेत उत्खनन से कोई जुड़ाव है। यह भी पढ़ें
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मैं जनता की सेवा के लिए राजनीति करता हूं। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया सर्वमान्य नेता हैं और उनके नजदीकी लोग तो उन्हें ही प्रदेश अध्यक्ष के रूप में देखना चाहते हैं। जब उनसे पूछा कि आप किसे अध्यक्ष के रूप में देखना चाहते हैं?, तो मंत्री बोले कि मैं कांग्रेस के साथ हूं और जो हाईकमान का निर्णय होगा वो हमें मान्य होगा। यह भी पढ़ें
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यहां बता दें कि इन दिनों राजनीतिक हलकों में कयास लगाया जा रहा है कि सिंधिया की नजर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर है। ऐसे में देखना होगा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की उलझन सुलझ पाएगी?। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर पार्टी कई गुटों में बंटी हुई नजर आ रही है। वहीं सिंधिया के समर्थक खुलकर उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं। यह भी पढ़ें
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इनकी भी चर्चा
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व मंत्री मुकेश नायक, वर्तमान मंत्री उमंग सिंगार, ओमकार सिंह मरकाम, कमलेश्वर पटेल, सज्जन सिंह वर्मा, बाला बच्चन के अलावा पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन और पूर्व प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष शोभा ओझा के नाम भी चर्चाओं में शामिल रहे। जबकि राष्ट्रीय सचिवों की रिपोर्ट में ज्योतिरादित्य सिंधिया, अजय सिंह, अरुण यादव, मुकेश नायक, बाला बच्चन, सज्जन वर्मा, उमंग सिंगार के नाम उभरकर आए हैं।