साथ ही संदिग्ध स्थिति पाए जाने पर घर के बाहर सूचना भी चस्पा की गई है, जिसमें लिखा है कि इस घर के सदस्यों से अन्य लोग अगले 14 दिन तक संपर्क न करें।थाना प्रभारी दिलीप यादव के अनुसार लहार कस्बे में जमात के ठहरने के सूचना उन्हें मिली थी। जमात में शामिल सभी 11 सदस्यों से पूछताछ करने पर पता चला कि वह सभी सदस्य दिल्ली के कसाबपुरा ईदगाह परिसर में आयोजित इज्तिमा में शामिल हुए थे, जहां से वह 26 फरवरी को भिण्ड पहुंच गए। भिण्ड शहर के महावीरगंज इलाके में स्थित मस्जिद में ठहरने के बाद वह 23 मार्च को लहार पहुंचे। लहार में लॉकडाउन शुरू होने के दौरान मस्जिदों में नमाज बंद कर दिए जाने के कारण जमात के सभी 11 सदस्य कस्बे में ही घनी आबादी में संचालित मदरसे में ठहरे हुए थे। बताया गया है कि तबलीगी जमात में शामिल सभी सदस्य बिहार, यूपी एवं दिल्ली के रहने वाले हैं।
कोरोना संक्रमण के संदेह पर ग्वालियर किया रैफर
यहां बता दें कि मेहगांव के वार्ड क्रमांक 08 मौ मार्ग पर स्थित 75 वर्षीय नाथूराम गौड़ को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। सूचना पर रैपिड रिस्पांस टीम के सदस्य घर पर पहुंचे तो बुजुर्ग को कोरोना संक्रमण संदिग्ध मानकर फिलहाल ग्वालियर के लिए रैफर किया गया है। वहीं उनके परिवार के सभी सदस्यों को होम क्वारंटाइन कराया है। लोगों को सावधान करते हुए घर के बाहर सूचना भी चस्पा की गई है।
यहां बता दें कि मेहगांव के वार्ड क्रमांक 08 मौ मार्ग पर स्थित 75 वर्षीय नाथूराम गौड़ को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। सूचना पर रैपिड रिस्पांस टीम के सदस्य घर पर पहुंचे तो बुजुर्ग को कोरोना संक्रमण संदिग्ध मानकर फिलहाल ग्वालियर के लिए रैफर किया गया है। वहीं उनके परिवार के सभी सदस्यों को होम क्वारंटाइन कराया है। लोगों को सावधान करते हुए घर के बाहर सूचना भी चस्पा की गई है।