ये भी पढें – करोड़ो के सोने का काला सच, रातीबड़ से मेंडोरी तक सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहा विभाग सौरभ पर आरटीओ बैरियर पर दलाली के आरोप हैं। बताते हैं, उसने तत्कालीन परिवहन मंत्री के करीबी होने का फायदा उठाकर करोड़ों की काली कमाई की। सौरभ ने संपत्तियां अपने और चेतन के नाम से बनाई। पुलिस ने बताया, सौरभ एक संपत्ति अपने और एक चेतन के नाम से बनाता था। ग्वालियर में सिटी सेंटर में भी सौरभ ने व्यावसायिक इमारत बनाई।
चेतन के पुश्तैनी घर में पसरा सन्नाटा
चेतन की कार से सोना मिलने के बाद पुश्तैनी घर, गौड़ का बाड़ा में सन्नाटा था। बाड़े में कई घर हैं, सभी के दरवाजे और खिड़कियां बंद थीं। एक घर में टेंट हाउस का गोदाम खुला था। वहां काम करने वालों ने बताया, यह बाड़ा चेतन के परिवार का है, पर सभी शादी में गए हैं। पुलिस ने भी यहां लोगों से पूछताछ की।
ग्वालियर की दोस्ती भोपाल में भी निभाई
सौरभ और चेतन दोनों ही पहले ग्वालियर में रहते थे। सौरभ ग्वालियर के विनय नगर में रहता था और करीब सात साल पहले भोपाल शिफ्ट हो गया। बाद में चेतन सिंह भी भोपाल में बस गया। फिर दोनों साथ में उल्टे-सीधे काम करने लगे।