बंद के दौरान किसी तरह का माहौल न बिगड़े इसके लिए पुलिस असामाजिक तत्वों पर नजर रखेगी। पुलिस ट्रेनिंग सेंटर, सागर, इंदौर के अलावा उज्जैन से पुलिसकर्मी सुरक्षा के लिए बुलाए गए हैं। इसके अलावा एसएएफ की 32वीं बटालियन उज्जैन, दतिया की 29वीं बटालियन के एसएएफ कर्मी तैनात रहेंगे। वहीं नगर रक्षा समिति और होमगार्ड के जवान भी ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। पुलिसकर्मियों को देने के लिए जाली, डंडा, हेलमेट सहित अन्य बचाव के साधन भी इक_े कर लिए गए हैं। वहीं भीड़ पर काबू करने के लिए फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां भी तैनात रहेंगी।
बंद के लिए रैपिडएक्शन फोर्स भी तैनात रहेगा। हर थाने से 5 मोबाइल पार्टी निकाली जाएंगी। इसके अलावा जो संवेदनशील क्षेत्र हैं वहां फिक्स पिकेट रहेंगे। वहीं धारा 144 का उल्लंघन करने पर तत्काल गिरफ्तार किया जाएगा।
डॉ. भीमराम आंबेडकर की प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचा कर शरारती तत्व शहर के भाईचारे और शांति व्यववस्था को खतरे में न डाल दें इसलिए पुलिस ने प्रतिमा स्थलों को अपने कब्जे में ले लिया है। प्रतिमाओं के आसपास पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। रविवार को लोगों को उक्त प्रतिमाओं के आसपास जाने से भी रोक दिया गया। इसी प्रकार मंदिरों में भी सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है।
उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस बल के साथ-साथ एक विशेष आंसू गैस फेंकी जाएगी। जो रंगीन धुंआ फेंकेगी। जिससे शरारती तत्वों के कपड़े रंगीन हो जाएंगे। पुलिस उनकी पहचान कर आसानी से पकड़ सकेगी। अगर हंगामा होता है तो तैनातपुलिसकर्मी गन से टियर गैस छोड़ेंगे। इस गन से रंगीन धुआं निकलेगा। इससे शरारती तत्वों के कपड़े बिगड़ जाएंगे और उपद्रवियों की पहचान करना आसान होगा। 2 अप्रैल को भी इस तरह की गैस थी लेकिन इसका उपयोग नहीं किया गया।
शिवराज वर्मा, एडीएम
राहुल जैन, कलेक्टर