ऑफ टाइम होने से बैंक में ग्राहक भी नहीं होंगे और बंधक होने से भागने के बाद भी बैंक स्टाफ तत्काल पुलिस को सूचना नहीं दे पाएगा। बैंककर्मियों ने हिम्मत कर उन्हें खदेड़ दिया तो लुटेरे बैग छोड़कर भाग गए। उसमें एक टिफिन के अलावा माचिस भी निकली है। पिछले ३६ घंटे से पुलिस लुटेरों की पहचान में पूरी ताकत झोंक रही है,लेकिन यह तक पता नहीं चला है कि बैंक से लुटेरे मोतीझील के रूट पर भागे हैं या बामौर, मुरैना में घुस गए।
चेहरा छिपाकर आया लुटेरा लोकल
बैंक में घुसे दो लुटेरों के चेहरे खुले थे, लेकिन लीड करने वाला तीसरे बदमाश ने चेहरा साफी से छिपा रखा था। असिस्टेंट बैंक मैनेजर संदीप कुमार ने पुलिस को बताया था कि मुंह पर साफी बांधे बदमाश ने ही गोली चलाई थी। भागते समय हड़बड़ी में उसकी साफी खुल भी गई थी, लेकिन उसने बाहर निकलते वक्त फिर चेहरा छिपा लिया। जाहिर है बदमाश लोकल है और बैंक के आसपास आता जाता रहा है, इसलिए उसे पहचाने जाने का डर था।
बैंक में घुसे दो लुटेरों के चेहरे खुले थे, लेकिन लीड करने वाला तीसरे बदमाश ने चेहरा साफी से छिपा रखा था। असिस्टेंट बैंक मैनेजर संदीप कुमार ने पुलिस को बताया था कि मुंह पर साफी बांधे बदमाश ने ही गोली चलाई थी। भागते समय हड़बड़ी में उसकी साफी खुल भी गई थी, लेकिन उसने बाहर निकलते वक्त फिर चेहरा छिपा लिया। जाहिर है बदमाश लोकल है और बैंक के आसपास आता जाता रहा है, इसलिए उसे पहचाने जाने का डर था।
फुटेज के सहारे, रास्ते की तलाश
बैंक से निकलकर लुटेरे कहां भागे हैं, इसके लिए पुलिस कंट्रोल रूम के सीसीटीवी सर्विलांस से मोतीझील जाने वाले रास्ते और रायरू, निरावली, पुरानी छावनी चौराहे पर लगे सीसीटीवी के फुटेज सर्च किए जा रहे हैं। बैंककर्मियों ने बताया है कि तीनों बदमाश बाइक से आए थे। बैंक के बगल में स्थित एटीएम में बाइक को खड़ा किया था, इसलिए एटीएम में लगे सीसीटीवी में बाइक के फुटेज भी बैंक से मांगे हैं।
बैंक से निकलकर लुटेरे कहां भागे हैं, इसके लिए पुलिस कंट्रोल रूम के सीसीटीवी सर्विलांस से मोतीझील जाने वाले रास्ते और रायरू, निरावली, पुरानी छावनी चौराहे पर लगे सीसीटीवी के फुटेज सर्च किए जा रहे हैं। बैंककर्मियों ने बताया है कि तीनों बदमाश बाइक से आए थे। बैंक के बगल में स्थित एटीएम में बाइक को खड़ा किया था, इसलिए एटीएम में लगे सीसीटीवी में बाइक के फुटेज भी बैंक से मांगे हैं।
कोई और है मास्टरमाइंड
बैंक स्टाफ को आशंका है कि बैंक का कैश लूटने की प्लानिंग का मास्टरमाइंड कोई और हो सकता है। तीनों लुटेरे सिर्फ गुर्गे हैं। वहीं पुलिस कह रही है लुटेरों को बैंक के बारे में पूरी जानकारी रखने वाला शामिल था उसे बैंक में कैश कर्मचारियों के बारे में पता था।
बैंक स्टाफ को आशंका है कि बैंक का कैश लूटने की प्लानिंग का मास्टरमाइंड कोई और हो सकता है। तीनों लुटेरे सिर्फ गुर्गे हैं। वहीं पुलिस कह रही है लुटेरों को बैंक के बारे में पूरी जानकारी रखने वाला शामिल था उसे बैंक में कैश कर्मचारियों के बारे में पता था।