उनका कहना है हुंडी दलाल आशीष गुप्ता, गुना के सटोरिए अशीष जैन और भोपाल के सटटेबाज दिलीप सिंधी को तो आनन फानन में पकड़ा गया। लेकिन ठगी की अहम कड़ी सटोरिया मोनू गुप्ता के अलावा दलाल आशीष का पिता नत्थूलाल, पत्नी अंकिता को गिरफ्तार नहीं कर पाई। जबकि पुलिस अफसरों से कहा था नत्थूलाल और दलाल की पत्नी को गिरफतार करो। दोनों को ठगी के बारे में सब पता है।
फिर भी पुलिस आगे नहीं बढ़ी। इसी लापरवाही का फायदा उठाकर नत्थूलाल ने कोर्ट में अग्रिम जमानत का प्रयास किया। अदालत ने उसे खारिज कर दिया तो ठग का पिता अंडरग्राउंड हो गया। अब उसके इंदौर में होने की खबर मिली है। उसकी जानकारी भी पुलिस को दी है।
सीएम और मंत्रियों से मांगेंगे इंसाफ
कारोबारियों का कहना है पुलिस की कार्रवाई तो धीमी हो रही है। इसलिए अब चेंबर सीएम शिवराज सिंह को पूरा वाक्या बताएगा। उनके अलावा केन्द्रीय मंत्री सिंधिया और नरेन्द्र तोमर से भी मुलाकात करेगा। उन्हें पूरी घटना और इस मामले में पुलिस की कार्रवाई के बारे में जानकारी देंगे।
यह है मामला
मैनावली गली में रहने वाले हुंडी दलाल आशीष गुप्ता ने दाल बाजार, लोहिया बाजार, नया बाजार सहित कई बाजारों के व्यापारियों से हुंडी के लिए 70 करोड़ रू लिया था। इस रकम को अशीष डबरा के कुख्यात सटोरिए मोनू के क्रिकेट सटटे पर लगाकर उड़ाता रहा। इस रकम से आशीष उसका परिवार मौज मस्ती करते रहे। सारा पैसा डकार कर आशीष ने रकम लौटाने से हाथ खड़े कर दिए। तब कारोबारियों ने उसकी शिकायत की। लेकिन उनकी ठगी रकम वापस नहीं मिली।
सीएम और मंत्रियों से मांगेंगे इंसाफ
कारोबारियों का कहना है पुलिस की कार्रवाई तो धीमी हो रही है। इसलिए अब चेंबर सीएम शिवराज सिंह को पूरा वाक्या बताएगा। उनके अलावा केन्द्रीय मंत्री सिंधिया और नरेन्द्र तोमर से भी मुलाकात करेगा। उन्हें पूरी घटना और इस मामले में पुलिस की कार्रवाई के बारे में जानकारी देंगे।
यह है मामला
मैनावली गली में रहने वाले हुंडी दलाल आशीष गुप्ता ने दाल बाजार, लोहिया बाजार, नया बाजार सहित कई बाजारों के व्यापारियों से हुंडी के लिए 70 करोड़ रू लिया था। इस रकम को अशीष डबरा के कुख्यात सटोरिए मोनू के क्रिकेट सटटे पर लगाकर उड़ाता रहा। इस रकम से आशीष उसका परिवार मौज मस्ती करते रहे। सारा पैसा डकार कर आशीष ने रकम लौटाने से हाथ खड़े कर दिए। तब कारोबारियों ने उसकी शिकायत की। लेकिन उनकी ठगी रकम वापस नहीं मिली।