बहरहाल, धरने की कोई प्रतक्रिया न आता देख छात्राओं ने कुलगुरु के बंगले घेराव किया और वहीँ धरने पर बैठ गए। छात्राओं के समर्थन में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) भी उतर आई और चेतावनी दी कि जब तक सही रिजल्ट नहीं आ जाता तब तक यह प्रदर्शन समाप्त नहीं होगा। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ ने आरोप लगाते हुए कहा कि कुलगुरु छात्र-छात्राओं को धमकी देते है कि अगर ज्यादा नेतागिरी करोगे तो तुम्हारा रिजल्ट ख़राब कर दूंगा।
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बता दें कि,
ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी द्वारा 11 सितंबर को बीकॉम फर्स्ट ईयर और बीकॉम सेकण्ड ईयर के रिजल्ट घोषित किए गए थे। रिजल्ट में सैकड़ों की संख्या में छात्राओं को फेल कर दिया गया जिसमे कुछ को जीरो नंबर दिए गए। छात्राओं ने आरोप लगाया है कि इस सूची में वह छात्राएं भी है जो की अपनी क्लास की टोपर थी। यही नहीं, रिजल्ट में करीब 1000 छात्राओं को एक ही विषय में सप्लीमेंट्री दे दी है। छात्राओं की मांग थी कि उन्ही के सामने उनकी आंसर शीट को खोला जाए और उन्हीं के सामने दोबारा चेक की जाए। अपने रिजल्ट की शिकायत लेकर शुक्रवार को बड़ी तादाद में छात्राएं जीवाजी यूनिवर्सिटी पहुंची। उन्होंने कुलगुरु प्रोफ़ेसर अविनाश तिवारी से मिलने की मांग की लेकिन न तो उनसे कुलगुरु मिले और न ही कुलसचिव।