योजना के तहत नए फॉर्म भरने व फिर से लाभ लेने के लिए महिलाएं शिकायत कर रही हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग में उनकी समस्या का हल नहीं निकला, इसलिए सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करा रही हैं। वह शिकायतों को बंद भी नहीं कर रही हैं। गांव व शहर दोनों जगहों पर ऐसी शिकायतों की संख्या अधिक है।
लाडली बहना योजना से क्यों कट रहे नाम
विधानसभा चुनाव से पहले लाड़ली बहना योजना में रजिस्ट्रेशन किए गए थे। इस योजना का लाभ उन महिलाओं को दिया गया, जिनके परिवार की आय 2.50 लाख रुपए से अधिक नहीं है। दूसरे चरण में उन महिलाओं को लाड़ली बहना योजना में जोड़ा गया, जिनके पति के नाम ट्रैक्टर था। शहर सहित जिले में 3 लाख 18 हजार 997 महिलाओं ने आवेदन किए। दिसंबर- 2023 तक अधिकतर महिलाओं को पैसे मिले, लेकिन जनवरी से मई के बीच काफी संख्या कम हो गई।
जनवरी-2024 में बड़ी संख्या में महिलाएं योजना से बाहर हुईं। क्योंकि उम्र 60 साल से ऊपर हो गई थी। अब जनवरी-2025 में भी बड़ी संख्या में महिलाएं योजना से बाहर हो सकती हैं, क्योंकि आधार कार्ड में जन्म तारीख 1 जनवरी है।
आधार की वजह से भी लिस्ट से बाहर हुई कई बहनें
शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में आधार कार्ड बनाने के लिए कैंप लगाए गए थे। आधार के फॉर्म में जन्म तिथि अनिवार्य है, लेकिन जब ऑनलाइन आवेदन किया गया तो ऑपरेटर ने जन्म तिथि एक समान लिख दी। एक जनवरी की तारीख लिखी गई। एक जनवरी की तारीख लिखे जाने की वजह से जनवरी-2024 में 2917 महिलाएं 60 साल की हो गईं। वह योजना से बाहर हो गईं। जनवरी-2025 में भी बड़ी संख्या में बाहर हो सकती हैं। इसके चलते आधार में जन्म तिथि में सुधार के लिए महिलाएं आवेदन कर रही हैं।
-60 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ मिलता है, जिसके चलते लाड़ली बहना योजना से बाहर हो जाती हैं।
413 ने स्वैच्छा से नाम वापस लिया
413 महिलाओं को स्वेच्छा से योजना का लाभ छोड़ना बताया गया है। अब ये महिलाएं शिकायत कर रही हैं कि उन्होंने कहीं भी आवेदन नहीं किया, फिर कैसे नाम हट गया है। फिर से योजना के लाभ के लिए सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज की है।ये भी पढ़ें: खुशखबरी, लाडली बहनों के लिए सप्लीमेंट्री बजट में मिला पैसा, नए साल में मिल सकता है तोहफा ये भी पढ़ें: MP Weather Alert: 15 से ज्यादा जिलों के लिए IMD का ट्रिपल अलर्ट, 24 घंटे बाद कहर ढाएगी सर्दी