शनिवार दोपहर में लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता देशभर में प्रभावी हो गई है। इसके साथ ही उटीला में रहने वाले बुजुर्ग बालकृष्ण गुर्जर अपने साथियों के साथ अपने क्षेत्र के थाने में अपना लाइसेंसी हथियार जमा कराने पहुंच गए। इसके लिए न तो पुलिस को कोई अपील करनी पड़ी और न ही किसी ने उन्हें प्रेरित किया। स्वप्रेरणा से बालकृष्ण गुर्जर एक हाथ में डंडा और दूसरे हाथ में बंदूक लिए थाने पहुंच गए।
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बुजुर्ग को इस तरह थाने आते देख पहले तो थाने में तैनात अफसर और कर्मी चौंक गए, क्योंकि पुलिस को भी इतने बुजुर्ग व्यक्ति द्वारा इतना जिम्मेदार रवैय्या दिखाने की उम्मीद नहीं थी। लेकिन बाद में जब पुलिस को बुजुर्ग के थाने आने का उद्देश्य मालूम चला तो थाने में मौजूद एसडीएम, एसडीओपी और थाना प्रभारी ने बुजुर्ग को सम्मानपूर्वक कुर्सी पर बैठाया, साथ ही पुष्पहार से उनका स्वागत किया।
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इसके साथ स्वेच्छा से ही ग्रामीणों ने दीवार पर लिखे राजनीतिक पोस्टर बैनरों को भी हटाया। यही नहीं इलाके के लोगों ने स्वेच्छा से आचार संहिता का पालन करते हुए अपनी चार पहिया वाहनों के ग्लास पर लगी काली फिल्म भी हटाई। इसके बाद सभी लोग ढोल बजाकर क्षेत्र में पहुंचे, जहां उन्होंने पुलिस के साथ फ्लैग मार्च निकालने में सहयोग किया। इस दौरान गांव के बुजुर्ग बालकृष्ण गुर्जर ने देश के सभी नागरिकों से आदर्श आचार संहिता का पालन करने का अनुरोध किया।