दरअसल आज मुरैना में अभ्यास के दौरान क्रैश हुए दोनों विमान सुखोई-30 और मिराज-2000 लड़ाकू विमान हैं। जबकि इसके पहले भी जनवरी की शुरुआत में रीवा जिले में अभ्यास के दौरान ही प्लेन क्रेश हुआ था, इस विमान हादसे में भी एक पायलट की मौत हो गई थी, जबकि दूसरा गंभीर रुप से घायल हुआ था। साल 2021 से अब तक प्रदेश में 4 विमान हादसों में से 3 तो ग्वालियर चंबल संभाग मे ही हुए हैं, चलिए जानते हैं इन विमान हादसों के बारे में…
रीवा में हुआ प्लेन क्रैश:
साल 2023 की शुरुआत में ही 5 जनवरी को रीवा में एक ट्रेनी विमान क्रैश हुआ था, इस विमान हादसे की वजह कोहरे को बताया गया था। दरअसल घने कोहरे की वजह से इस ट्रेनी प्लेन की पहली टक्कर एक पेड़ से हुई उसके बाद सीधे ये विमान मंदिर के शिखर से जा टकराया था। इस विमान दुर्घटना में दोनों पायलट गंभीर रुप से घायल हुए थे, जिसमें से एक पायलट की इलाज के दौरान ही मौत हो गई थी। क्रैश हुए इस विमान की उड़ान भी ट्रेनिंग का ही हिस्सा थी, ये ट्रेनिंग रीवा की पाल्कन एविएशन एकेडमी के पायलट ट्रेनिंग इस्टीट्यूट की तरफ से दी जा रही थी।
रेमडिसिविर ला रहा हवाई जहाज 2021 में हुआ था क्रैश :
इससे पहले भी कोरोना की दूसरी लहर के समय मप्र में विमान हादसा हुआ था, तब कोरोना संक्रमण जब एमपी में चरम पर था जिसके चलते हवाई जहाज से दवाएं और इंजेक्शन मंगाई जा रही थीं। तब ग्वालियर एयरपोर्ट पर लैंडिंग करते समय ही रेमिसिविर इंजेक्शन लेकर आ रहा हवाई जहाज दुर्घटना ग्रस्त हो गया था। उस समय इसके पीछे की वजह कोई तकनीकी समस्या बताई गई थी। यह विमान रनवे पर आते ही फिसल गया था, इस हादसे में दो पायलेट को मिलाकर कुल 3 लोग जख्मी हुए थे।
भिंड में अक्टूबर 2021 में भी क्रैश हुआ था मिराज:
वहीं 2021 के अक्टूबर महीने में ही वायुसेना का मिराज-2000 लड़ाकू विमान भिंड इलाके में क्रैश हो गया था। दुर्घटना इतनी जबरदस्त थी कि क्रैश हुए विमान के टुक़ड़े एमपी की सीमा से सटे इटावा यानि यूपी में भी गिरे थे। ये दुर्घटना तकनीकी खराबी के कारण हुई थी और विमान जब आसमान से भिंड में एक किसान के खेत में गिरा तो आग का गोला बन गया था। दरअसल तकनीकी खराबी आने से इस विमान के पायलट अभिलाष का वायुसेना कंट्रोल रुम से कनेक्शन खत्म हो गया था। पायलट यहां पहले विमान को आबादी इलाके से अलग बीहड़ के इलाके में ले गए और फिर पैराशूट की मदद से कूद गए थे।