जैसे ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा के बड़गांव में 308 पुरुष हैं, तो महिलाएं सिर्फ 80 हैं। यहां जेंडर रेशियो 50 फीसदी भी नहीं है। राहुली में 473 पुरुषों पर 299 ही महिलाएं हैं। इस अंतर को खत्म करने के लिए पोलिंग बूथ का सर्वे किया जाएगा और जागरूकता अभियान चलाकर महिलाओं को जोड़ने की मुहिम चलाई जाएगी।
लोकसभा चुनाव के लिए मतदाता सूची का प्रकाशन 8 फरवरी को हुआ था। बीएलओ ने घर-घर जाकर सर्वे किया। मतदाताओं के नाम जोड़े और स्थान परिवर्तन वाले व मृतकों नाम हटाए, लेकिन जेंडर रेशियो पर ध्यान नहीं दिया गया। इस कारण छह विधानसभा के पोलिंग बूथ पर महिलाओं की संख्या कम है।
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– ग्वालियर दक्षिण विधानसभा में जेंडर रेशियो काफी अच्छा है। यहां 1000 पुरुषों पर 930 महिलाएं मौजूद हैं। 70 महिलाएं कम हैं। जबकि ग्वालियर ग्रामीण में 1000 पुरुषों पर 863 महिलाएं थीं।
अगर जिले की स्थिति देखी जाए तो 1000 पुरुष मतदाताओं पर 884 महिला मतदाता हैं।
विधानसभा चुनाव में महिला मतदाताओं को लेकर सर्वे किया गया था। कई गांव में पुरुष और महिलाओं के बीच काफी अंतर था। घाटीगांव क्षेत्र की स्थिति देखी गई थी, इस क्षेत्र में ऐसे गांव थे, उनमें लड़कियों के नाम वोटर लिस्ट में नहीं जोड़े गए थे। लोगों का मानना था कि वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने से वो संपत्ति में हिस्सा मांगने लगेंगी। यहां जेंडर रेशियो सुधारने की दिशा में कार्य भी किया गया था।
मामले को लेकर उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजीव जैन का कहना है कि पोलिंग बूथ पर जेंडर रेशियो कम है। कारण पता किया जा रहा है। हालांकि, इसके लिए जागरूकता अभियान भी शुरू कर दिया गया है। इससे जो महिलाएं मतदाता सूची में शामिल नहीं हैं, उनके नाम जुड़ सकें।