विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र से दो कुनकि(प्रशक्षित) हाथियों को लेकर ग्वालपाड़ा जाएंगे। इसमें उनकी मदद करेंगे गुवाहाटी के विशिष्ट व्यापारी तथा कई हाथियों के मालिक दुदुल चौधरी। मालूम हो कि 1987 से ही रामू नाम के कुनकी हाथी के पीठ पर सवार होकर जंगली हाथियों को खदेड़ने का नेतृत्व विधायक करते आए हैं। ग्वालपाड़ा में भी लादेन को नियंत्रित करने के लिए रामू पर सवार होकर विधायक प्रयास करेंगे। हजारिका ने कहा कि रामू विश्वासी और साहसी है। मेरे जीवन से जनता की सुरक्षा ज्यादा बड़ी है। जनता ने ही मुझे विधायक बनाया है। जनता के किसी भी संकट के दौरान मेरा उनके पास रहना बेहद जरुरी है। उन्होंने आगे कहा कि जंगली हाथी को पहले ग्वालपाड़ा जाकर शिनाख्त करना होगा। इसके लिए हमें काफी सतर्कता से आगे बढ़ना होगा।
ड्रोन से मिला खूंखार लादेन का ठिकाना, इस वजह से ले रहा है लोगों की जान
मालूम हो कि हजारिका का बचपन हाथियों के बीच ही गुजरा है। दादाजी राधाकांत हजारिका के दिनों से ही उनके परिवार में कई हाथी हैं। इन हाथियों से खेलते हुए हजारिका ने हाथियों के बारे में काफी कुछ जाना समझा। बचपन में हाथियों के पीठ पर बैठकर अपने दोस्तों के साथ खेलते थे। बाद में हजारिका ने आतंक फैलाने वाले अनेक हाथियों को वापस जंगल भेजा है। अब वे ग्वालपाड़ा जाकर लादेन को नियंत्रित करने का प्लान बना चुके हैं।
बड़े आतंकी संगठनों से जल्द शांति समझौता करेगा केंद्र, प्रमुख वार्ताकार ने कही यह बात
उधर राज्य के वन मंत्री परिमल शुक्ल वैद्य ने एक उच्च स्तरीय बैठक में लादेन को ट्रेंकुलाइज करने पर हरी झंडी दिखा दी है। मालूम हो कि लादेन ने पिछले हफ्ते ही ग्वालपाड़ा में पांच लोगों की हत्या कर दी थी। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने इसके तुरंत बाद लादेन को ट्रेंकुलाइज करने का निर्देश दिया था। ड्रोन के जरिए वन विभाग ने आतंक फैलानेवाले हाथी के रहने के स्थान का पता लगाया था।