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ग्रामीणों ने रस्सी की मदद से किया रेस्क्यू
जानकारी के मुताबिक फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के पथरिया गांव व आस पास के इलाके में भोरा, मंगरोडा और कई छोटे बड़े नालों का लगातार जल स्तर बढ़ने से पानी ने बाढ़ का रूप ले लिया और पथरिया गांव के दो परिवारों के लगभग 8 लोग बाढ़ में फंसे हुए थे। जिसकी सूचना पथरिया ग्रामीणों ने लगातार सतत संपर्क बनाकर ग्राम पंचायत सचिव तहसीलदार व हल्का पटवारी को दी किंतु प्रशासन जब बाढ़ में फंसे लोगों के लिए कोई मदद करता नजर नहीं आया और साथ ही ग्रामीणों को जानकारी लगी कि बाढ़ में फंसे लोगों का खाने-पीने का सामान खत्म हो गया है। साथ ही उनके मोबाइल डिस्चार्ज होने के कारण उनसे संपर्क भी टूटने लगा है। तो ग्रामीणों बुधवार को ग्रामीणों ने खुद ही बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने का निर्णय लिया। ट्रैक्टर ओर पेड़ से रस्सी बांधकर रेस्क्यू शुरू किया व दो घंटे की मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने चार दिन से बाढ़ में फंसे सभी 8 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। 4 दिन से बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को दूसरे ग्रामीणों के द्वारा सकुशल रेस्क्यू किए जाने की जानकारी जब प्रशासन को लगी तो प्रशासन भी दबे पांव पथरिया गांव पहुंचा और ग्रामीण द्वारा किए गए रेस्क्यू को भी अपना बताते नजर आया।
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बाढ़ में फंसे लोगों ने बताई आपबीती
– ‘हम आठ लोग पिछले चार दिनों से पानी के तेज बहाव के कारण घरों में फंसे हुए थे। धीरे-धीरे रोज पानी का जलस्तर बढ़ते जा रहा था शासन की ओर से कोई मदद नजर नहीं आई हमारा खाने पीने का समान भी खत्म हो गया था तब आज हमारे ही गांव वालों ने रस्सी के सहारे हमें बाढ़ से बाहर निकाला।
हरपाल सिंह, सुरक्षित बचाया गया ग्रामीण
– हमारे गांव के 8 लोग दो क्षेत्र में फंसे हुए थे हम सभी ग्रामीण लगातार सभी तरह से प्रशासन से मदद मांग रहे थे किंतु खराब मौसम की वजह से कोई मदद नहीं मिल सकी तो आज हमने पेड़ और ट्रैक्टर के सहारे रस्सी बांधकर सभी लोगों को सकुशल बाहर निकाला है।
गुरप्रीत सिंह, ग्रामीण
देखें वीडियो- देखते ही देखते बाढ़ में बह गया पुल