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सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल
गुना जिले के कुंभराज तहसील के मृगवास कस्बे में रहने वाले यूसुफ खां ने सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए भाईचारे का संदेश दिया है। उन्होंने अपने बेटे की शादी के कार्ड पर की शुरुआत श्री गणेशाय नम: से की है और उसके नीचे लिखा है ‘ईश्वर-अल्लाह के नाम से हर काम का आगाज करता हूं, उन्हीं पर है भरोसा, उन्हीं पर नाज करता हूं’। शादी के कार्ड पर एक तरफ भगवान गणेश की तस्वीर है तो दूसरी तरफ सात सौ छियासी लिखा हुआ है। भाईचारे का संदेश देने वाला शादी का कार्ड छपवाने वाले यूसुफ का कहना है कि जब प्रकृति हिंदू और मुस्लिम में भेदभाव नहीं करती। बादल हिंदू और मुस्लिों की बस्तियों में भेदभाव नहीं करता तो हम इंसानों में भेदभाव कहां से आ गया ? हालांकि कई लोग युसूफ के इस कदम की तारीफ कर रहे हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें उनका शादी के कार्ड पर भगवान गणेश की तस्वीर छपवाना रास नहीं आ रहा है और वो उन पर दबाव बनाने लगे। इतना ही नहीं कुछ लोगों ने तो लड़की वालों पर रिश्ता तोड़ने का दबाव भी बनाया लेकिन नेक इरादों के आगे विरोधियों की एक नहीं चली और सात अप्रैल को उनके बेटे इरफान का निकाह अच्छे तरीके से हुआ।
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गायत्री मंदिर में की पढ़ाई, पिता से मिली भाईचारे की शिक्षा
यूसुफ बताते हैं कि उन्होंने गांव के ही गायत्री मंदिर से पढ़ाई की है और हिंदू-मुस्लिम भाई-भाई की शिक्षा उन्हें उनके पिता हुस्न खां से मिली है। जो रामायण और कुरान दोनों पढ़ते थे। दोनों धर्मों के लिए यूसुफ के मन में समान विचार हैं। उनकी इसी सोच के कारण लोग उनकी बेहद तारीफ करते हैं और स्थानीय विधायक ममता मीणा उन्हें भाई मानती हैं व हर भाईदूज पर उनका तिलक करती हैं। यूसुफ की पत्नी भी हर साल मीणा समुदाय के कई लोगों को राखी बांधती हैं।
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